कांग्रेस कर रही जिला अध्यक्षों की काम काज की समीक्षा,50 से ज्यादा जिलों के अध्यक्ष बदलने की तैयारी में पार्टी
भोपाल: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की प्रदेश में टीम बनने के बाद अब वे जिलों में अपने टीम बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। इसके चलते जिला अध्यक्षों के पिछले कुछ सालों के काम काज की समीक्षा गुपचुप रूप से प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में चल रही है। समीक्षा के बाद प्रदेश कांग्रेस कई जिलों के अध्यक्षों को बदल सकती है। अभी जिलों में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के समर्थक अध्यक्ष के पद पर काबिज हैं। इस बदलाव में इन नेताओं के समर्थकों की जगह पर युवा और पटवारी के समर्थक जगह ले सकते हैं। वहीं ऐसे जिला अध्यक्षों को भी बदला जाएगा जिनका कार्यकाल तीन साल से ज्यादा हो गया है।
जिलों में संगठन को मजबूत करने के लिए मोहल्ला समिति बनाने का कांग्रेस ने निर्णय लिया है, लेकिन कांग्रेस यह काम अब नए जिला अध्यक्ष बनाकर करवाना चाहती है। इसके चलते वह यह पता कर रही है कि पार्टी के कार्यक्रमों में कितने जिला अध्यक्ष सक्रियता से जुटे रहते हैं और कितने जिलों के अध्यक्ष महज औपचारिकता कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इन सभी की पिछले एक साल के काम काज की समीक्षा की जा रही है। साथ ही पार्टी कार्यकर्ता अध्यक्ष के काम काज से कितने खुश है यह भी देखा जा रहा है।
इधर पार्टी ने तय कर लिया है कि किसी भी जिला अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल से अधिक का न हो। इस संबंध में केंद्रीय संगठन से भी ऐसे जिला अध्यक्षों को हटाने की सहमति बन गई है। इनकी भी सूची तैयार की जा रही है। इसके बाद ढाई साल से ज्यादा से बने जिला अध्यक्षों के साथ ही ऐसे जिला अध्यक्षों को हटाया जाएगा जो सक्रियता से पार्टी का काम नहीं कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस संगठन में 70 जिला अध्यक्ष हैं। इनमें से करीब 35 जिला अध्यक्षों का तीन साल के आसपास का कार्यकाल हो चुका है। माना जा रहा है कि करीब 50 जिला अध्यक्ष कांग्रेस बदल सकती है। हालांकि यह बदलाव दो तीन किश्तों में होगा।