दिसंबर में भाजपा बदल देगी आधे से ज्यादा जिला अध्यक्ष,15 दिसंबर से जिला अध्यक्ष के होना है चुनाव
भोपाल: दिसंबर अंत तक भाजपा अधिकांश जिलों में भी नेतृत्व परिवर्तन कर देगी। इसमें संगठन के आधे से ज्यादा जिलों के अध्यक्ष बदल सकते हैं। हालांकि कुछ अध्यक्ष फिर से इस पद पर बने रहने के लिए अपने प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनके प्रयास कितने कारगर साबित होंगे, यह जिला अध्यक्ष के चुनाव के दौरान पता चलेगा। दरअसल इस बार संगठन ने मंत्री, सांसद, विधायकों और बड़े नेताओं की सिफारिश पर पद दिए जाने से इंकार कर दिया है। इसके बाद ऐसे अध्यक्षों का हटना तय है जो किसी की सिफारिश पर इस पद तक पहुंचे थे।
भाजपा इन दिनों संगठन पर्व के तहत मंडल अध्यक्ष के चुनाव करवा रही है। प्रदेश के सभी 1060 मंडलों में चुनाव चल रहे हैं। मंडलों में चुनाव होने के बाद भाजपा, जिला अध्यक्ष के चुनाव करवाएगी। जिसमें उम्र और कामकाज बड़ा पैमाना होगा। काज काम करने वाले और सक्रिय रहने वाले को ही जिला अध्यक्ष की कमान सौंपे जाने के प्रयास किए जाएंगे। सभी जिलों में अध्यक्ष का चयन दिंसबर अंत तक हो जाएगी। इसमें से आधे से ज्यादा जिलों में अध्यक्ष के रूप में नए चेहरे दिखाई दे सकते हैं। जबकि कुछ अध्यक्ष फिर से इस पद पर काबिज हो सकते हैं। फिर से इस पद पर काबिज होने के लिए कई जिला अध्यक्ष प्रयास भी कर रहे हैं। उनके प्रयास मंत्री, सांसद और विधायक के साथ ही प्रदेश संगठन के महत्वपूर्ण पद पर बैठे पदाधिकारियों के जरिए हो रहे हैं।
इधर पार्टी इस बार जिला अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सजग है। वह नहीं चाहती कि किसी भी जिले से यह बात सामने आए कि जिला अध्यक्ष के चुनाव में राय शुमारी, समन्वय की जगह पर सिफारिश हावी रही। ऐसा होने पर जिलों के कार्यकर्ता सीधे प्रदेश संगठन और केंद्रीय संगठन से संपर्क कर शिकायत कर सकते हैं।