हाईवे के किनारे खड़ा खाद से भरा ट्रक जप्त, 3 लोगों पर FIR दर्ज
राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: छतरपुर जिले में इन दिनों खाद की तस्करी चरम पर है। खाद की बढ़ी कीमतों और तस्करी करने वालों ने नया तरीका ईजाद किया और किसानों को नकली खाद सप्लाई किया जा रहा है। सीधे-साधे किसानों की नासमझी और मजबूरी का फायदा उठाया जा रहा है और ऐसे में अन्नदाता किसान मजबूरी में नकली खाद लेने को मजबूर है। जिससे उनकी फसल खराब होना लाजमी है।
ताजा मामला जिले के नौगांव से सामने आया है, जहां पुलिस को हाईवे के किनारे खाद से भरा ट्रक खड़ा मिला। ट्रक को जप्त करते हुए पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने चालक सहित तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।
नौगांव थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि बीती शाम मुखबिर से सूचना मिली थी कि हाईवे के किनारे खाद से भरा ट्रक खड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस ने संबंधित स्थान पर पहुंचकर ट्रक चालक से दस्तावेज मांगे, जो कि चालक नहीं दिखा सका। पूछताछ में चालक ने बताया कि उक्त खाद वह राजस्थान के अजमेर से लाया है तथा ट्रक नौगांव के एक व्यापारी के गोदाम में अनलोड होना है। ट्रक में खाद की कुल 700 बोरियां भरी हुई थीं, जिनकी अनुमानित कीमत लाखों में है। चूंकि चालक के पास दस्तावेज नहीं थे इसलिए पुलिस टीम ने नौगांव एसडीएम और कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षक को मौके पर बुलाया, जिनके निर्देशन में ट्रक को जप्त कर नौगांव थाना लाया गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में चालक मनराज गुर्जर पिता रामनिवास निवासी टोंक राजस्थान सहित दो अन्य के विरुद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश, आवश्यक वस्तु अधिनियम एवं भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
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●मजबूरी में नकली खाद खरीद रहे किसान..
वहीं दूसरी ओर छतरपुर जिले के राजनगर तहसील क्षेत्र में अन्नदाताओं को वेयर हाउस और समितियों से खाद नहीं मिल पा रहा है, और व्यापारियों द्वारा नकली खाद की बिक्री की जा रही है, जिसके चलते अब किसान नकली खाद खरीदने को मजबूर हो गया है। चूंकि किसानों के खेत ताव पर हैं और उन्हें हर हाल में खाद की जरूरत है, ऐसे में किसान नकली खाद से ही काम चला रहा है। सूत्रों की मानें तो राजनगर क्षेत्र में किसानों को एनपीके कंपनी का डुप्लीकेट खाद बेचा जा रहा है, जिसका उपयोग करके ज्यादातर किसानों ने बोनी कर दी है। किसानों ने बताया कि फसल उगने को है लेकिन यह खाद खेतों में अभी तक नहीं घुली है, जिससे स्पष्ट है कि खाद नकली है। खाद व्यापारी 700 रुपए कीमत की बोरी को 1500 रुपये में बेच कर जमकर मुनाफा कमा रहे हैं और इस कमाई के एवज में उनके द्वारा अधिकारियों को नजराना दिए जाने की भी चर्चा है।