छतरपुर में गायों के शवों को दफ़नाने के बजाए कचरे में दबाया, लोग नाराज!

JCB से गोवंश को दफनाने से लोगों में आक्रोश

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छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: गायों को बचाने के लिए सरकार ने करोड़ों-अरबों रुपये खर्च कर सैकड़ों एकड़ जमीन में गौ-शालाएं खोलीं लेकिन अब ये सिर्फ महज़ दिखावा बनकर रह गया है।
मामले के वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। जहां आनन-फानन में नगर पालिका ने गायों की लाशों को JCB से गड्ढा खोदकर दफन कर दिया।

छतरपुर में नगर पालिका की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां सैकड़ों गौ-वंश के शवों का अंतिम संस्कार ना कर खुले में फेंक दिया गया, और यहां पर आवारा कुत्ते इनके शवों को नोचते-खसोटते दिखे।
मामले की जानकारी बजरंग दल कार्यकर्ताओं को लगी। मौके पर पहुंचकर उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई और आनन-फानन में नगरपालिका की टीम पहुंची और गौवंश के शवों को दफनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

मामला शहर के छत्रसाल नगर के कचरा प्रसंस्करण का है जहां पर जानकारी लगी थी कि सैकड़ों की संख्या में मृत गोवंश को यहां पर खुले में फेंक दिया गया। जबकि नगर पालिका द्वारा इसके लिए एक व्यक्ति को ठेका भी दिया गया है कि जो भी गायों की मौत होती है उनका अंतिम संस्कार उचित तरीके से किया जाए, और इसके लिए संबंधित कर्मचारी भी देखरेख में होते हैं, लेकिन कर्मचारी और ठेकेदारों की लापरवाही के चलते यहां खुले में ही सैकड़ों गौवंश के शव फेंक दिए गए।

बजरंग दल की आपत्ति के बाद आनन-फानन में नगरपालिका की टीम वहां पहुंची और गोवंश के शवों का अंतिम संस्कार कराया गया है वही पूरी मामले में सीएमओ ने संबंधित ठेकेदार का ठेका निरस्त कर दिया है और संबंधित कर्मचारी पर कार्यवाही की बात कही है। लेकिन बजरंग दल कार्यकर्ताओं में इस लापरवाही को लेकर आक्रोश नजर आया हैं।

बाईट- सुरेंद्र शिवहरे (जिलासहयोजक बजरंगदल)

बाईट- ओमपाल सिंह भदौरिया (सीएमओ)