Indore : कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों से प्रशासन सख्ती बरतने के लिए मजबूर हो सकता है। पिछले चार दिनों में आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। शनिवार को इंदौर में 1852 नए मरीज मिले। प्रशासन को आशंका है कि यदि सख्ती नहीं बढ़ाई गई, तो ये आंकड़े और ज्यादा बढ़ सकते हैं।
यही स्थिति बनी रही, कुछ दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या हजारों के पार निकल जाएगी। फरवरी तक कोरोना की तीसरी लहर में रोजाना होने वाले संक्रमितों की संख्या चरम पर होगी। इंदौर में यह आंकड़ा 10 हजार तक पहुंच सकता है।
वर्तमान में कोरोना को लेकर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। रात का कर्फ्यू रात 11 बजे से लागू है। शादियों में 250 लोगों को ही मंजूरी है, वहीं शवयात्रा में 50 लोगों की अनुमति दी गई है। लेकिन, इंदौर में जिस तरह से आंकड़े बढ़ रहे हैं, उनको देखते हुए कर्फ्यू का समय बढ़ाया जा सकता है।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के साथ हुई क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी अपनी चिंता से अवगत कराया था। कलेक्टर ने सुझाव दिया कि संक्रमण के फैलाव की रफ्तार को देखते हुए सख्ती बढ़ाई जानी चाहिए। सख्ती बढ़ाने से ही कोरोना के संक्रमण की दर को कुछ हद तक काबू किया जा सकता है। कलेक्टर ने यह चिंता भी व्यक्त की थी कि यदि सख्ती नहीं बढ़ाई गई, तो कोरोना के रोज संक्रमित होने वाले मरीजों का आंकड़ा 10 हजार के पास पहुंच सकता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में ज्यादा संक्रमित मिलने पर निर्देश देते हुए कहा कि यदि प्राइवेट रूप से टेस्ट हो, तो उन्हें भी रिकार्ड में लिया जाए।