MP News : 3 हजार 678 स्कूलों में शौचालय नहीं, 3 हजार 643 स्कूलों में खेल मैदान नहीं

सरकारी स्कूलों में लगातार घट रही विद्यार्थियों की संख्या- मंत्री उदयप्रताप सिंह

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MP News : 3 हजार 678 स्कूलों में शौचालय नहीं, 3 हजार 643 स्कूलों में खेल मैदान नहीं

भोपाल:प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदयप्रताप सिंह का कहना है कि प्रदेश के प्रारंभिक स्तर के 3 हजार 678 विद्यालयों में शौचालय नहीं है। इन विद्यालयों में 73 हजार 127 बालक और बालिका शौचालय रनिंग वाटर सुविधा विहीन है। 3 हजार 643 स्कूलों में खेल मैदान ही नहीं है। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित प्रायमरी, मिडिल और हाईस्कूल तथा हायर सेकेण्डरी स्कूलों मेंं पिछले छह वर्षो में केवल एक वर्ष छोड़कर लगातार कमी आई है। इसमें भी पिछले चार साल में सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या लगातार सबसे कम हो गई है। वर्ष 21-22 में जहां जनजातीय कार्य विभाग के स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक 17 लाख 7 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत थे उनकी संख्या इस साल घटकर 14 लाख 79 हजार रह गई है।

विधायक पंकज उपाध्याय के सवाल के लिखित जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने यह जानकारी दी। उपाध्याय ने पूछा था कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वर्ष 2019 से वर्ष 2024-25 तक प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या में निरंतर कमी आने पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की जानकारी मांगी थी। जवाब में मंत्री ने बताया कि प्रवेशित बच्चों की संख्या में कमी आई है।

स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के एक से आठ तक की कक्षाओं में वर्ष 21-22 में जहां 50 लाख 45 हजार विद्यार्थी पढ़ रहे थे वहीं अब इनकी संख्या वर्ष 24-25 में घटकर 42 लाख 24 हजार रह गई है। यही हाल कक्षा नौ से बारह तक का भी है। वर्ष 19-20 में जनतातीय कार्य विभाग के स्कूलों में इन कक्षाओं में 5 लाख 27 हजार बच्चे थे जो वर्ष 2024 में घटकर 4 लाख 65 हजार और स्कूल शिक्षा विभाग में इनकी संख्या 18 लाख 44 हजार से घटकर 17 लाख 26 हजार रह गई है।

अशासकीय विद्यालयों में आरटीई से प्रवेश भी कम हो रहे- पंकज उपाध्याय ने यह भी पूछा था कि अशासकीय विद्यालयों मे कितने नामांकन हुए और इनमें आरटीई से प्रवेश के बाद बच्चों की संख्या में क्या परिवर्तन हुआ। जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने बताया कि अशासकीय विद्यालयों में जो नामांकन है यू डाइस के अनुसार वर्ष 19-20 में कक्षा एक से आठ तक 53 लाख 28 हजार बच्चों के प्रवेश हुए थे जबकि वर्ष 24-25 में इनकी संख्या 42 लाख 9 हजार रह गई है। वर्ष 23-24 में क क्षा एक से आठ तक 42 लाख 39 हजार बच्चे थे इनमें से केवल 13 लजाख 6 हजार बच्चे ही कक्षा नौ में प्रवेश ले पाए।

पीजीआई रैंकिंग में मध्यप्रदेश लगातार पिछड़ रहा-

विधायक पंकज उपाध्याय ने यह भी पूछा था कि पीजीआई में देश में मध्यप्रदेश का बीस वा स्थान चिंता का विषय क्यों नहीं है कारण बताएं। वर्ष 17-18 में मध्यप्रदेश का सोलहवा स्थान था तो 23-24 में हमारी रैंक क्या रही और किस मापदंड पर हमे कितने अंक मिले और कौन सा स्थान रहा। जवाब में मंत्री उदयप्रताप सिंह ने बताया कि वर्ष 22-23 और 23-24 का पीजीआई रैंक जारी नहीं किया गया है।

तीन हजार हजार 678 स्कूलों में शौचालय नहीं-

मंत्री उदयप्रताप सिंह ने यू डाईस 23-24 के आधार पर बताया कि प्रदेश में प्रदेश में प्रारंभिक स्तर के 1 हजार 911 स्कूलों में बालक शौचालय नहीं है और 1 हजार 767 स्कूलों में बालिकाओं के लिए शौचालय नहीं है। हेंडवाश सुविधा विहीन स्कूल 13 हजार 929 है। 3 हजार 643 स्कूलों में खेल मैदान नहीं है। 37 हजार 545 स्कूलों में बालकों के शौचालयों में पानी की सुविधा नहीं है। वहीं 35 हजार 582 स्कूलों में बालिकाओं के लिए बने शौचालयों में रनिंग वाटर सुविधा नहीं है।