Saurabh Sharma Case : सौरभ शर्मा के ठिकाने से जब्त डायरियों में TC और TM का क्या मतलब निकाला जा रहा!
Bhopal : सौरभ शर्मा के ठिकाने जब्त की गई डायरियों के बारे में कहा जा रहा कि इसमें जांच एजेंसियों को ट्रांसपोर्ट चौकियों के हिसाब का ब्योरा मिला है। ये ब्यौरा कई डायरियों में दर्ज है। इन डायरियों में प्रदेश के ट्रांसपोर्ट चौकियों से रोज होने वाली अवैध वसूली का जिक्र है। बताया गया कि इन डायरियों में ‘टीसी’ और ‘टीएम’ जैसे शब्दों का उल्लेख भी किया गया है, जिसका मतलब खोजा जा रहा। इसके अलावा उस कार के बारे में भी पुख्ता जानकारी सामने आई जो 52 किलो सोने और नकदी के साथ जंगल में मिली थी।
इन डायरियों के अलावा जांच एजेंसियों को कई दस्तावेजी प्रमाण भी मिले, जिनकी जांच जारी है। सोशल मीडिया में एक लिस्ट भी वॉयरल हुई, जिसमें टीसी और टीएम जैसे शब्दों के साथ नीचे ट्रांसपोर्ट चौकियों के नाम और उसके आगे राशि लिखी है। राशि हजार में, लाख में या करोड़ में है, यह इसमें नहीं लिखा, सिर्फ आंकड़ा लिखा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि सूची में टीएम का मतलब संभवतः ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और टीसी का ट्रांसपोर्ट कमिश्नर होगा। लेकिन, जांच एजेंसी ने इस सूची को लेकर कोई अधिकृत बयान नहीं दिया
कार को जंगल तक कौन लेकर गया
पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के मामले में यह भी नया खुलासा हुआ कि घटना वाले दिन रात को मेंडोरी के जंगल में 52 किलो सोने और नकदी से भरी जो कार बरामद हुई थी, उसे वहां ले जाने वाला कौन था। सौरभ शर्मा के घर पर पहले लोकायुक्त ने रेड मारी थी, उसके बाद ईडी ने सौरभ और उसके रिश्तेदारों के यहां भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में छापेमारी की। इस बीच इनकम टैक्स के अफसरों ने भोपाल में जंगल से एक कार बरामद की, जिसमें 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश था।
फिलहाल इनकम टैक्स की जांच इसी के इर्द गिर्द है। इस जांच में इनकम टैक्स विभाग को कई सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद अहम जानकारियां हाथ लगी। सीसीटीवी के आधार पर कार का अरेरा कॉलोनी से निकलकर मेंडोरी के जंगल तक का पूरा रूट अब इनकम टैक्स विभाग के पास आ गया।
इसके अलावा यह भी साफ हो गया है कि यह कार अकेली नहीं गई, बल्कि 3 गाड़ियों के काफिले में जंगल तक पहुंचाई गई थी। वह कार चेतन गौड़ के नाम पर थी। चेतन पहले ही इनकम टैक्स विभाग को बता चुका है कि कार में मिला सोना और कैश सौरभ शर्मा का है।
जंगल तक कैसे पहुंची कार
चेतन ने ही इनकम टैक्स को बताया कि कार को जंगल तक ले जाने में सौरभ के एक रिश्तेदार का हाथ था, जिसे वह जीजा कहता है। उस रिश्तेदार का बेटा भी इसमें शामिल था। दोनों ने काफिले की सुरक्षा के साथ कार को जंगल तक पहुंचाया। कार जिस प्लॉट पर मिली थी, वो भी सौरभ की रिश्तेदार का है।
बेनामी संपत्ति जब्त होगी
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पास जंगल में मिली सोने और कैश से लदी कार का सौरभ शर्मा से कनेक्शन पूरी तरह साफ हो चुका है। इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय की जांच में सौरभ, उसके रिश्तेदारों और सहयोगियों के पास जो बेनामी संपत्तियां मिली हैं, उसे भी अब आयकर विभाग ने जांच में लेते हुए संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया शुरू कर दी।