बंदी को लेकर जेल प्रबंधन का हाईकोर्ट मे चौंकाने वाला जबाव

वह जेल मे अवैध रूप से तम्बाकू बेचता हैं, दूसरे बंदियों का दूध पी जाता हैं!  मना करने पर भूख हड़ताल पर बैठ जाता हैं 

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बंदी को लेकर जेल प्रबंधन का हाईकोर्ट मे चौंकाने वाला जबाव

ग्वालियर। भोपाल जेल प्रबंधन पर कोर्ट क़े सामने अपने को प्रताड़ित करने वाले हत्या के आरोपी गिर्राज यादव मामले मे अब जेल प्रबंधन ने बंदी को लेकर काफी चौंकाने वाला जवाब हाईकोर्ट में पेश किया हैं।

जेल प्रबंधन ने कोर्ट को बताया कि आरोपी जेल मे तम्बाकू सप्लाई करता हैं और दूसरे कैदियो का दूध भी पी जाता हैं। वह शिवपुरी या अशोकनगर जेल ट्रांसफर होना चाहता हैं ताकि वह वहां लोगों को धमकाने का काम कर सके।

मामला अशोकनगर के पुलिस थाना बहादुरपुर का है…27 अगस्त 2020 से हत्या का आरोपी गिर्राज कस्टडी में है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जेल प्रबंधन भोपाल एम्स में आरोपी के खर्च पर उसका इलाज करा रहा है।उसने केस की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ मे याचिका दायर की हैं।

अशोकनगर पुलिस के इंस्पेक्टर नरेश रावत ने भोपाल सेंट्रल जेल से गिर्राज को मप्र हाई कोर्ट की ग्वालियर बेंच में पेश किया।आरोपों को खारिज करते हुए जेल की ओर से बताया गया कि आरोपी गिर्राज मनमानी करता है। गिर्राज ने जेल प्रबंधन पर प्रताडित करने का आरोप लगाने के साथ ही जेल में हत्या की आशंका भी जताई है।

कथित रूप से प्रताडित करने के आरोप पर भोपाल जेल प्रबंधन ने ग्वालियर हाईकोर्ट मे जवाब पेश किया। हाई कोर्ट को बताया गया कि आरोपी जेल में अवैध अवैध रूप से तंबाकू की सप्लाई करता है। जेल प्रबंधन के साथ ही वह साथी कैदियों के लिए भी परेशानी खड़ी करता है।आए दिन वह अन्य कैदियों के हिस्से का दूध भी पी जाता है। सख्ती करने पर भूख हड़ताल पर बैठ जाता है।आरोपी किसी भी तरह शिवपुरी या फिर अशोकनगर जेल में ट्रांसफर होने के लिए प्रयासरत है।

जवाब को रिकॉर्ड पर लेते हुए हाई कोर्ट ने मामला आदेश के लिए सुरक्षित रख लिया है।भोपाल जेल से ट्रांसफर के पीछे ये मंशा है कि वह शिवपुरी या अशोकनगर जेल से पीडित पक्ष के लोगों को धमकाकर प्रकरण को प्रभावित कर सके।

FIR के अनुसार 26 मई 2020 को मोहर सिंह बबूल का पेड़ काट रहा था। तभी बलराम यादव आया और बोला कि जमीन उसकी है।बलराम ने फोन लगाकर गिर्राज को बुलाया।थोड़ी देर बाद गिर्राज अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचा और फरसा, लाठियों से खुमान सिंह, खिलन सिंह, मोहर सिंह, शेरसिंह व फूलबाई की मारपीट कर गंभीर चोटें पहुंचाई। इससे भी मन नहीं भरा तो टपरियों में आग लगा दी।इलाज के दौरान खुमान सिंह की मौत हो गई थी।इस मामले मे गिर्राज जेल मे बंद हैं।