
Food Poisoning : अमरकंटक की आदिवासी यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में फ़ूड पॉइज़निंग, 60 बीमार, 6 की हालत गंभीर!
Amarkantak (Anuppur) : अमरकंटक में इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी (आइजीएनटीयू) के गर्ल्स हॉस्टल की 60 छात्राओं की फ़ूड पॉइज़निंग के कारण तबीयत बिगड़ गई। मेस का खाना खाने के बाद छात्राओं को सिरदर्द, पेटदर्द और उल्टियां होने लगीं। सोमवार देर रात सभी को कैम्पस के अस्पताल में भर्ती कराया गया। 6 छात्राओं की हालत गंभीर है। डॉक्टरों का कहना है कि सभी को फूड पॉइजनिंग हुई।
करीब 100 छात्राओं को कैंपस के अस्पताल में भर्ती कराया गया, इनमें से 2-3 छात्राओं को छत्तीसगढ़ के पेंड्रा जिला अस्पताल रेफर किया है। छात्राओं का कहना है कि आलू की सब्जी खाने से सभी बीमार हुए। इसके पहले भी मेस में बने खाने को लेकर नाराजगी जताई जा चुकी थी। मेस के खाने में कीड़े भी मिल चुके हैं। मंगलवार को मेस का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें काफी गंदगी दिखाई दी।
पीआरओ से बात करो
विश्वविद्यालय की छात्राओं ने बताया कि सोमवार रात के खाने में आलू-गोभी की सब्जी, चावल, रोटी और दाल बनी थी। रोजाना की तरह सभी ने खाना खाया। रात करीब 11 बजे एक के बाद एक सभी छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी। गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन वासु चौधरी ने कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं बताऊंगी। आप पीआरओ से बात कर लीजिए। छात्राओं का इलाज कर रहे डॉ शिवंक त्रिपाठी ने बताया कि पीआरओ को बता दिया है, उन्हीं से बात करें।
जांच कमेटी बनाई जाएगी
इस मामले में विश्वविद्यालय के पीआरओ रजनीश त्रिपाठी ने बताया, फूड पॉइजनिंग का मामला था। ज्यादा जानकारी मुझे भी नहीं है। कितने बच्चों को रेफर किया, इस बारे में पता नहीं है। रजिस्ट्रार और मेस वार्डन के साथ बैठक कर जांच कमेटी बनाई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। छात्राएं रात में मेस की किचन में गईं, जहां चारों ओर गंदगी फैली हुई थी।
नाराज छात्राएं मेस में पहुंची
छात्राओं की तबीयत बिगड़ने के बाद अन्य छात्राएं रात में मेस के किचन में पहुंच गईं। यहां चारों ओर गंदगी पड़ी थी। छात्राओं ने किचन का वीडियो बनाया। आज (मंगलवार) सुबह यह वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि टाइल्स पर धूल और गंदगी लगी हुई है। खाने की सामग्री खुले में पड़ी है। फर्श और टेबल भी गंदा पड़ा है। वीडियो में एक महिला कहती सुनाई दे रही है कि रोज सुबह आकर पानी फेंकते हैं। इसके बाद एक छात्रा कहती है कि यहां कितनी हाइजीन है, आप देख सकते हैं।
जांच के लिए टीम को भेजा
कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कहा कि सीएमएचओ आरके वर्मा सहित एक टीम को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय भेजा गया है। टीम जांच प्रतिवेदन सौपेंगी, उसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हुई थीं, उनकी भी जांच रिपोर्ट निकलवाई जा रही है।





