Bhopal : एक फ़रवरी 2022 से सभी स्कूल और छात्रावास खोले जाने के संबंध में सरकार ने औपचारिक रूप से आदेश जारी कर दिया। प्रदेश शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव प्रमोद सिंह द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए 14 जनवरी को जारी आदेश में पहली से 12वीं तक के सभी स्कूल, छात्रावास और आवासीय विद्यालयों को 31 जनवरी तक पूरी तरह बंद कर दिया गया था।
इस आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए एक फ़रवरी 2022 से पहली से 12वीं तक के सभी कक्षाएं 50% विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ संचालित होंगीं। आदेश में कहा गया कि छात्रावास एवं आवासीय विद्यालय 8वीं और 10वीं के विद्यार्थियों के लिए भी संचालित किए जाएं।
8वीं, 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास उपलब्ध कराने के उपरांत 50% क्षमता से कक्षा 6ठी, 7वीं, 9वीं और 11वीं के विद्यार्थियों को भी छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। छात्रावास, आवासीय विद्यालय 50% से अधिक विद्यार्थी उपस्थित न हो, इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। विद्यालय छात्रों में कोरोना प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन सुनिश्चित किया जाए। आदेश के मुताबिक ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो दिन पहले कहा था कि स्कूल खोलने का फैसला चिकित्सा विशेषज्ञों से विचार-विमर्श के बाद किया जाएगा। इसे लेकर सरकार की तरफ से अलग-अलग बयान आ रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सुबह कहा कि स्कूल खोलने का फैसला विशेषज्ञों से विचार-विमर्श के बाद लिया जाएगा। जबकि, स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने पिछले दिनों एक फ़रवरी से स्कूल खोले जाने से इंकार किया था।
प्रदेश में पिछले कुछ समय से कोरोना के केस लगातार कम हुए हैं। ऐसे में स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है। नवंबर में सरकार ने 100% उपस्थिति के साथ स्कूल चलाने का फैसला किया था। इसके बाद जब जनवरी में कोरोना केस बढ़ने लगे तो सरकार ने कदम पीछे खींच लिए। 15 से 31 जनवरी तक सभी स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया।
परीक्षाएं समय पर होंगी
राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि परीक्षाएं समय पर होंगी। उन्होंने स्कूल खोलने के मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत किया। साथ ही कहा कि स्कूल लग रहे हैं तो अभिभावकों से आग्रह है कि बच्चों को स्कूल भेजें। बच्चे भी नियमित स्कूल जाएं। हमारी कोशिश परीक्षाओं को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कराने की है।