15 Suspected Kashmiris Identified : पहलगाम आतंकी हमले में 15 संदिग्ध कश्मीरी चिह्नित, 5 प्रमुख में से 3 पकड़ाए!

722

15 Suspected Kashmiris Identified : पहलगाम आतंकी हमले में 15 संदिग्ध कश्मीरी चिह्नित, 5 प्रमुख में से 3 पकड़ाए!

जांच में एनआईए, पुलिस, खुफिया ब्यूरो और रॉ के जांचकर्ताओं की एक संयुक्त टीम लगी!

Pahalgam : यहां 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की अब तक की जांच में बड़ा खुलासा हुआ। इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से 15 स्थानीय कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्लयू) और आतंकी सहयोगियों की पहचान मुख्य संदिग्धों के रूप में की गई। इन पर पाकिस्तानी हमलावरों की मदद करने का शक है। 3 प्रमुख संदिग्ध पकड़े गए, जबकि दो की तलाश जारी है। माना जा रहा है कि उन्होंने संसाधनों की व्यवस्था करने के साथ पाकिस्तान से हथियारों की खेप भी प्राप्त की थी।
बताया गया कि हमले के दिन और उससे पहले ये सभी पांच लोग आसपास के इलाके में थे। उनके फोन भी इसी इलाके में सक्रिय पाए गए। इलेक्ट्रॉनिक निगरानी में एक चैट भी सामने लाई, जिसमें हिरासत में लिए गए तीन प्रमुख संदिग्ध पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों और उनकी मदद करने के तरीके के बारे में एक-दूसरे से बात कर रहे थे।

हमले में इन पांचों की भूमिका की ओर इशारा करने वाले पर्याप्त साक्ष्य हैं। एनआईए, जम्मू-कश्मीर पुलिस, खुफिया ब्यूरो और रॉ के जांचकर्ताओं की एक संयुक्त पूछताछ टीम द्वारा 10 अन्य ओजीडब्ल्यू से पूछताछ की जा रही है। क्योंकि, उन्हें अतीत में कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकवादियों की मदद करने के लिए जाना जाता है। वे 22 अप्रैल को हमले की जगह के आसपास के क्षेत्र में थे।

200 से अधिक संदिग्ध हिरासत में

हमले की संभावित स्थिति का पता लगाने के लिए 200 से अधिक ओवरग्राउंड वर्कर्स को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। समझा जा रहा है कि हमलावर अभी भी घने जंगलों में छिपे हो सकते हैं। 15 संदिग्ध स्थानीय आतंकवादी सहयोगी दक्षिण कश्मीर से हैं। ये सभी पहले से जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा ओजीडब्ल्यू के रूप में सूचीबद्ध हैं। माना जाता है कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में दक्षिण कश्मीर में कई हमलों में शामिल पाकिस्तानी आतंकवादियों की मदद की। इन आतंकवादी सहयोगियों ने पाकिस्तानी आतंकियों के लिए संसाधनों में मदद की, जंगलों में उनका मार्गदर्शन किया।

पकड़े गए ओवरग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ

हमला करने वाली टीम के लिए संसाधनों की व्यवस्था करने और सूत्रधार के रूप में उनकी भूमिका की ओर इशारा करने वाले पर्याप्त परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं। जिसमें 4-5 आतंकवादी शामिल थे। इनमें दो पाकिस्तानी और दो स्थानीय कश्मीरी थे। एक अधिकारी ने कहा कि हम हिरासत में लिए गए 15 ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) से और अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि साजिश की कड़ियों को जोड़ा जा सके और फिर उनकी संभावित गिरफ्तारी पर फैसला लिया जा सके। लगभग 20-25 ओजीडब्ल्यू को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। ये ओजीडब्ल्यू पाकिस्तानी आतंकवादियों के संपर्क में रहने, उन्हें शरण देने और उनके लिए मार्गदर्शक के रूप में काम करने के लिए जाने जाते हैं।

जंगलों में छिपे हो सकते हैं आतंकी

ओजीडब्ल्यू डेटाबेस की छानबीन की जा रही हैं, उनमें से 1,500 से अधिक से पूछताछ की गई। एक अधिकारी के मुताबिक, इसके अलावा दक्षिण कश्मीर में सक्रिय अन्य ओजीडब्ल्यू से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि इलाके में देखे गए पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान और उनके संभावित ठिकानों के बारे में जानकारी मिल सके। बैसरन घाटी के जंगलों में भागे हुए आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान को और तेज कर दिया है। आस-पास के शहरों और जिलों में तलाशी अभियान के दौरान हमलावरों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला। लेकिन, संदेह है कि वे अभी भी घने जंगलों में छिपे हो सकते हैं, जिसमें घास का मैदान भी शामिल है।