Strictness in Vaccination: बूस्टर डोज नहीं लगवाने वालों का वेतन रोका, स्कूलों पर कार्रवाई
Indore : कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर उन फ्रंट लाइन और हेल्थकेयर वर्कर के जनवरी माह के वेतन रोक दिए गए, जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं लगवाए हैं। ऐसे 9 स्कूलों पर भी कार्रवाई की गई, जिन्होंने 15 से 17 वर्ष तक के बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य पूरा नहीं किया। वहां प्रिंसिपल के दफ्तर सील किए गए। कलेक्टर ने सख्त हिदायत दी कि सभी कर्मचारियों को बूस्टर डोज लगवाने का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। कोई भी फ्रंट लाइन और हेल्थकेयर वर्कर टीकाकरण से वंचित नहीं रहे। बूस्टर डोज के लिए ड्यू हो चुके डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं लगाया है, उनका भी वेतन आहरित नहीं किया जाए।
9 स्कूल सील किए गए
सभी अपर कलेक्टरों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों का निरीक्षण करें, जो स्कूल टीकाकरण के कार्य में लापरवाही कर रहे है, उन्हें सील करने की कार्रवाई की जाए। निरीक्षण के दौरान 15 से 17 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण कार्य में लापरवाही पाए जाने पर 9 स्कूलों को सील किया गया।
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अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर पर सख्ती
कोरोना टीके के दूसरे डोज के बाद तीसरे डोज की अवधि पूर्ण होने के बाद भी प्रिकॉशन डोज नहीं लगवाने वाले प्राइवेट अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर के कर्मचारियों, डॉक्टरों, नर्सों आदि को वेतन नहीं दिया जाएगा। डोज नहीं लगवाने पर भी वेतन देने वाले संस्थानों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।