Ujjain : मंगलवार को जनसुनवाई कलेक्टर के सामने एक अनोखा मामला सामने आया है। गांव के पटवारी ने 2 बीघा कृषि भूमि सरकारी रिकॉर्ड में अपनी पत्नी के नाम कर दी। जबकि, बरसों से जो परिवार खेती कर रहा है, उन्होंने ऐसे किसी कागज पर हस्ताक्षर नहीं किए कि पटवारी उस भूमि को अपनी पत्नी के नाम कर दे।
तराना तहसील के कायथा से पहुंचे आनंदीलाल पिता मांगीलाल ने कलेक्टर को शिकायत की कि गांव में हमारे सहखातेदारों के नाम से 2 बीघा कृषि भूमि है। ये कृषि भूमि शासन ने पट्टे के माध्यम से हमारे परिवार को दी थी। हम ही यहाँ खेती कर रहे हैं। लेकिन, जब हमने शासकीय कार्य के लिए भूमि का रिकॉर्ड निकाला तो पता चला कि रिकॉर्ड में देवकुंवर पति विक्रम सिंह के नाम से निकली। जब पूरे मामले का रिकॉर्ड निकाला तो पता लगा कि आवेदन के माध्यम से यह भूमि पटवारी ने अपनी पत्नी के नाम पर चढ़ा दी है।
आवेदन पर परिवार के सदस्यों के जाली हस्ताक्षर करवाकर बिना रजिस्ट्री के भूमि पटवारी ने पत्नी के नाम कर दी। हमारे खसरे में जिनके नाम दर्ज है, किसी ने भी कभी ऐसे किसी कागज पर हस्ताक्षर नहीं किए। उन्होंने बताया कि पास के ही गांव में रहने वाली देवकुंवर बाई के पति विक्रम मालवीय पटवारी है। कलेक्टर से इस मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की गई है। कलेक्टर आशीष सिंह ने आश्वासन भी दिया कि वे जल्द ही इस मामले की जांच करेंगे।