
Ghulam Nabi Azad: सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य गुलाम नबी आजाद की बिगड़ी तबीयत, कुवैत के अस्पताल में भर्ती
ऑल पार्टी डेलीगेशन का हिस्सा गुलाम नबी आजाद की तबीयत खराब हो गई. उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. उनके साथ विदेश दौरे पर गए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि आज के समय में ऐसे राजनेता मिलना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि जब हम गुलाम नबी आजाद से अस्पताल में मिलने गए तो उनकी आंखें भर आईं.
बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा ने शेयर की तस्वीर
उनकी हालत स्थिर है- बैजयंत पांडा
उन्होंने लिखा, “हमारे प्रतिनिधिमंडल के दौरे के बीच में ही गुलाम नबी आजाद को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. उनकी हालत स्थिर है, वे मेडिकल सुपरविजन में हैं और कुछ टेस्ट करवाए जाएंगे. बहरीन और कुवैत में हुई मीटिंग में उनका योगदान बहुत प्रभावशाली था और वे बिस्तर पर पड़े होने से निराश हैं. सऊदी अरब और अल्जीरिया में उनकी मौजूदगी हमें बहुत याद आएगी.”
तबियत ख़राब होने के बावजूद उन्होंने देश के लिए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनना स्वीकार किया । आज भी जब हम उनसे अस्पताल में मिले तो उनके ऑंख भर आईं । आज के समय ऐसे राजनेता मिलना मुश्किल है । हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं https://t.co/d7FVnORfd2
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 27, 2025
उनकी आंख भर आईं- निशिकांत दुबे
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स पोस्ट में कहा, “तबीयत ख़राब होने के बावजूद उन्होंने देश के लिए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनना स्वीकार किया. आज भी जब हम उनसे अस्पताल में मिले तो उनकी आंख भर आईं. आज के समय ऐसे राजनेता मिलना मुश्किल है. हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.”
सऊदी अरब पहुंची डेलीगेशन टीम
बैजयंत पांडा ने अपने एक और पोस्ट में बताया कि उनके साथ डेलीगेशन सऊदी अरब के रियाद पहुंच गई. यहां उनके साथ गई टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया गया.
जिसके बाद 76 साल के आजाद ने खुद X पर अपनी सेहत का अपडेट देते हुए कहा, “कुवैत की भीषण गर्मी ने मेरी सेहत को प्रभावित किया, लेकिन भगवान की कृपा से मैं ठीक हूं और स्वस्थ हो रहा हूं. सभी जांच के परिणाम सामान्य हैं. आप सभी की चिंता और प्रार्थनाओं के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!”
पाकिस्तान की पोल खोलने विदेश गए गुलाम नबी आजाद
आजाद उन सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में से एक में शामिल हैं जिन्हें भारत ने अलग-अलग देशों में भेजा है. इन प्रतिनिधिमंडलों का काम आतंकवाद के प्रति भारत की प्रतिक्रिया के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराना है. साथ ही पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों को लेकर दुनिया में उन्हें बेनकाब करना है. ऑपरेशन सिंदूर की कहानी भी उन लोगों को बतानी है, कैसे आतंकियों के गढ़ को खत्म करने के लिए भारत ने कदम उठाया है.
नबी के प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन
नबी के प्रतिनिधिमंडल ने 23 मई को बहरीन और 25 मई को कुवैत का दौरा किया. इस दल में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, फांगनॉन कोन्याक, रेखा शर्मा, सतनाम सिंह संधू, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, पूर्व राजनयिक हर्ष श्रींगला और गुलाम नबी आजाद शामिल हैं. जहां आजाद ने दोनों देशों के नेताओं के साथ बैठकों में भाग लिया.
नबी ने पाकिस्तान पर साधा निशाना
कुवैत में आजाद ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में , “पाकिस्तान बहुत सारी गलत सूचनाएं फैलाता है, यह उनकी आदत है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत की एकता और विविधता को कुवैत के प्रतिनिधियों के सामने रखा गया. आजाद ने कहा, “हमने उन्हें अपने देश के बारे में बताया, कैसे हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी प्यार से एक साथ रहते हैं. संसद में राजनीतिक दल बहस करते हैं, लेकिन जब देश की बात आती है, तो हम देश के अंदर और बाहर एकजुट रहते हैं.”





