अब घर बैठे भी किसान कर सकते हैं पंजीयन, गेहूॅ विक्रय हेतु किसान पंजीयन 5 फरवरी से

पंजीयन एवं उपार्जन प्रक्रिया में शासन ने किये है आवश्यक संशोधन

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अजेंद्र त्रिवेदी की रिपोर्ट

Ujjain:कलेक्टर श्री अशीष सिंह के निर्देशानुसार प्रशिक्षण में जिला आपूर्ति नियंत्रक जिला उज्जैन, डीआईओ एनआईसी उज्जैन, उपायुक्त सहकारिता जिला उज्जैन तथा महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक जिला उज्जैन द्वारा गेहूॅ के समर्थन मूल्य की खरीदी के रजिस्ट्रेशन से लेकर भुगतान तक शासन द्वारा किये गये बदलाव के संबंध प्रशिक्षण दिया गया।

शासन द्वारा गेहूॅ के समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये जिले में 5 फरवरी से 5 मार्च तक किसानों का पंजीयन प्रारंभ किया जा रहा है। विगत वर्ष की पंजीकृत किसानों एवं इच्छुक सभी किसानों को नए सिरे से समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए अपना पंजीयन करवाना आवश्यक होगा।

निर्धारित 168 समिति के पंजीयन केन्द्रों पर किसान निःशुल्क पंजीयन करा सकेंगे।

किसान निर्धारित पंजीयन केन्द्र के अलावा अनुमति प्राप्त एमपी आनलाइन कियोस्क, कामन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र और साइबर कैफे पर भी सशुल्क 50 रूपये प्रति पंजीयन देकर अपना पंजीयन करा सकेगे।

जिले के संबंधित एमपी आनलाइन कियोस्क, कामन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र और साइबर कैफे के संचालक ई-उपार्जन पोर्टल पर अपना आवेदन 4 फरवरी तक कर सकते है प्राप्त आवेदनों का जिला समिति द्वारा परीक्षण कर अनुमति प्रदान की जावेगी।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने जिला उपार्जन समिति को निर्देष दिये है कि किसानों को पंजीयन में किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए केन्द्रों पर किसानों के बैठने, पंजीयन फार्म इत्यादि का उचित इंतजाम किया जावे एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रत्येक केन्द्र पर एक नोडल अधिकारी की ड्यूटी लगाए एवं प्रतिदिन पंजीयन कार्य की सघन मॉनिटरिंग की जावे एवं सप्ताह में अनुविभाग स्तरीय समिति की बैठक की जावे एवं स्थानीय स्तर पर पंजीयन एवं पंजीयन की नवीन व्यवस्था का किसानों, जनप्रतिनिधियों, किसान संगठनो को अवगत कराकर व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जावे। पंजीयन की जानकारी प्राप्त करने या किसी प्रकार की समस्या होने पर सीएम हेल्पलाईन नम्बर 181 या जिला स्तरीय कण्ट्रोल रूम 0734-22526194 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।

जिला स्तरीय कण्ट्रोल रूम प्रभारी उपायुक्त सहकारिता श्री ओपी गुप्ता को बनाया गया है।

*पंजीयन के लिए यह दस्तावेज आवश्यक हैं-*

जमीन की पावती, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट की पासबुक बैंक अकाउंट से आधार कार्ड लिंक होना चाहिए।

यह अति महत्वपूर्ण है। अगर खाते से आधार कार्ड लिंक नहीं है, तो भुगतान अटक सकता है।

जिन किसानों के खाते और आधार लिंक ना हों, वह संबंधित बैंक में जाकर अपनाा खाता आधार से लिंक करा ले।

किसान का पंजीयन उसी स्थिति में होगा, जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते, खसरा, आधार कार्ड का मिलान हो, तभी किसान पंजीयन हो सकेगा। विसंगति होने पर सुधार कार्य तहसील कार्यालय से होगा ।

उपज बेचने के लिए आधार नंबर से होगा सत्यापन-

किसानो का पंजीयन कराने और उपज बेचने के लिए आधार नंबर से सत्यापन कराया जाएगा। आधार नंबर से जो मोबाइल नंबर लिंक होगा, ओटीपी उसी पर आएगा। किसान का पंजीयन तभी होगा जब भू-अभिलेख में दर्ज खाते एवं खसरे में दर्ज नाम का मिलान आधार कार्ड में दर्ज नाम से होगा। यदि इसमें अंतर पाया जाता है तो फिर तहसील कार्यालय से सत्यापन कराया जाएगा। सत्यापन में यदि किसान की जानकारी सही पाई ताकि है तो फिर पंजीयन को मान्य किया जाएगा।

*किसान स्वयं भी पंजीयन कर सकते हैं-*

समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए किसानों को कई जगह रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है। किसान खुद अपने एंड्रॉयड फोन से पंजीयन कर सकते हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील, सरकारी समिति ैभ्ळध्थ्च्व् द्वारा संचालित सुविधा केंद्र पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके अलावा कियोस्क, लोक सेवा केंद्र, साइबर कैफे पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। खुद भी पंजीयन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने मोबाइल में गूगल पर *www.mpeuparjan* पर पर जाना होगा। वहां नीचे उन्हें दो विकल्प मिलेंगे- खरीफ और रबी। रबी के विकल्प में“रबी-2022-23” लिखालिखा दिखेगा। उस पर क्लिक करने पर एक नई लिंक खुलेगी। उसमे दो ऑप्शन दिखेंगे। पहले ऑप्शन पर लिखा होगा- किसान पंजीयन/आवेदन सर्च। उस पर क्लिक करते ही नई लिंक खुलेगी, जिसमें खसरा नंबर, नाम, आधार नंबर, बैंक खाता संख्या आदि विकल्प दिखेंगे। इन सभी को भरकर किसान को सबमिट (नई उपज) बटन दबाना होगा। इसके बाद रजिस्टर्ड नंबर पर एक OTP आएगा। OTP दर्ज कर सबमिट करते ही किसान का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।