
Sonam’s Horrifying Conspiracy : राजा की हत्या में बेवफा पत्नी का हाथ, सोनम ने प्रेमी के साथ साजिश रची, पर नेपाल भागने से पहले पकड़ा गई!
खुद से 5 साल छोटे प्रेमी राज कुशवाह के तीन दोस्त के साथ राजा को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की!
अभी इस कहानी में बड़ा पेंच कि सोनम ढाबे तक कैसे पहुंची और पुलिस ने कैसे पकड़ा!
Indore : राजा रघुवंशी की हत्या का राज इतना सनसनीखेज होगा, ये शायद किसी ने नहीं सोचा होगा। कोई सोच भी नहीं सकता था, कि जिस नवविवाहित पत्नी सोनम के साथ राजा हनीमून मनाने गया था, वही उसकी जान की दुश्मन निकलेगी। बताया गया कि सोनम का उससे 5 साल छोटे राज कुशवाह से प्रेम था और वही राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश में दो दोस्तों के साथ शामिल रहा। इस मामलर में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
इंदौर की सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी और कर्मचारियों के साथ नए नवेले पति राजा रघुवंशी की शिलांग में हत्या की साजिश रची। हत्या के बाद वह नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन पुलिस ने उसे गाजीपुर में पकड़ लिया। इस मामले में सोनम समेत चार आरोपी पकड़ लिए गए। सोनम रघुवंशी और उनके पति राजा रघुवंशी के शिलांग में गायब होने की खबर ने देशभर को चौंका दिया था। लेकिन, जब खुलासा हुआ तो किसी को भरोसा नहीं हुआ। सोनम का अपने ही यहां काम करने वाले पांच साल छोटे कर्मचारी राज कुशवाह से प्रेम संबंध था। इस प्रेम कहानी ने एक खौफनाक साजिश को जन्म दिया, जिसकी कीमत राजा रघुवंशी को जान देकर चुकानी पड़ी।
सोनम रघुवंशी के परिवार का प्लाईवुड का कारोबार है। राज कुशवाह उसी फर्म में बिलिंग का काम संभालता था। दोनों के बीच नज़दीकियां बढ़ीं और यह रिश्ता प्रेम में बदल गया। लेकिन, इस प्यार में सबसे बड़ी अड़चन था सोनम का पति राजा रघुवंशी। शादी के बाद भी सोनम का राज कुशवाह से रिश्ता बना रहा। फिर उन्होंने खौफनाक प्लान बनाया और राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
दोनों ने मिलकर ऐसे रची हत्या की साजिश
राजा की हत्या की प्लानिंग सोनम और राज दोनों ने मिलकर रची। राज ने अपने साथ तीन दोस्तों विशाल सिंह, आनंद कुर्मी और आकाश राजपूत को भी इस साजिश में शामिल किया। उसने तीनों को पहले ही गुवाहाटी भेज दिया, जहां से वे शिलांग पहुंचे। उन्होंने किराए पर बाइक ली और प्लान के अनुसार सोनम और राजा के पीछे शिलांग के डबल डेकर एरिया तक पहुंच गए। फिर सोनम राजा को उस इलाके में ले गई, जहां उसकी हत्या कर दी गई।
नेपाल भागने की तैयारी थी, पर ऐसे चढ़ी पुलिस के हत्थे
राजा की हत्या के बाद सोनम फरार हो गई और एक हफ्ते से लगातार रात के समय सफर करके पुलिस से बचने की कोशिश करती रही। वह वाराणसी से गोरखपुर होते हुए नेपाल भागने की फिराक में थी। लेकिन, पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस और लोकेशन ट्रैकिंग की मदद से उसे गाजीपुर से दबोच लिया। पुलिस ने इस मामले में सोनम सहित चार लोगों राज कुशवाह, विशाल सिंह, आनंद कुर्मी और आकाश राजपूत को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पूरी साजिश का खुलासा हुआ। फिलहाल पुलिस आरोपियों से और भी जानकारी जुटा रही है।
शिलांग जाने की प्लानिंग सोनम की
राजा रघुवंशी की मां ने मीडिया के सामने इस बात का खुलासा किया कि जब राजा और सोनम इंदौर से निकले थे, तब उनका शिलांग जाने का कोई प्लान नहीं था। अचानक राजा ने बताया कि सोनम ने शिलांग की बुकिंग करवा ली है, तो क्या मैं शिलांग हो आऊं? तो मैंने कहा की हां हो आओ, लेकिन जल्दी आ जाना जब मेरी आखिरी बार राजा से बात हुई थी। उस समय भी मैंने उससे कहा था कि अब आ जाओ, तो राजा ने बोला कि हां हम यहां से निकलने वाले हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि साजिश में सोनम पूरी तरह शामिल थी।
मेघालय के पुलिस ने इसे अपनी सफलता माना
मेघालय पुलिस ने विज्ञप्ति जारी करके अपनी सफलता पर खुशी जताई। कहा गया कि इंदौर से आए एक हनीमून मना रहे जोड़े की मई 2025 में ईस्ट खासी हिल्स जिले में हुई गुमशुदगी के मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। लगातार जांच और विभिन्न राज्यों के बीच समन्वय के बाद इस मामले में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। दो इंदौर से और एक ललितपुर (उत्तर प्रदेश) से। ये गिरफ्तारियां राजा रघुवंशी की दुखद मृत्यु और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी की गुमशुदगी की परिस्थितियों को उजागर करने में एक निर्णायक कदम हैं।
एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम में सोनम रघुवंशी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले स्थित नंदगंज पुलिस स्टेशन में स्वेच्छा से आत्मसमर्पण किया और वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस की सुरक्षित हिरासत में हैं। उनके स्थानांतरण और औपचारिक बयान के लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। यह सफलता मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), स्थानीय खुफिया इकाइयों और कई राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के चौबीसों घंटे के अथक प्रयासों का परिणाम है।
भौगोलिक और लॉजिस्टिक चुनौतियों, और सार्वजनिक व मीडिया की सतत निगरानी के बावजूद, हमारी टीमों ने कानून के शासन को बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ता दिखाई है।





