
Raja Murder Case : इस वारदात में 3 ऐसे आरोपी बने, जिनका कांड से कोई वास्ता नहीं, सबूत नष्ट करने के आरोप!
Indore : राजा रघुवंशी की हत्या में तीन ऐसे लोग भी आरोपी बन गए, जिनका इस वारदात से सीधा कोई वास्ता नहीं है। वे सबूत नष्ट करने और उन्हें छुपाने के आरोप में फंस गए। शिलांग पुलिस की पड़ताल के दौरान एक के बाद ये तीनों पुलिस के हत्थे चढ़े और अब पुलिस की पूछताछ में हैं। ये हैं प्रॉपर्टी ब्रोकर शिलोम जेम्स, बिल्डिंग का ठेकेदार लोकेंद्र तोमर और बिल्डिंग का गार्ड बलवीर उर्फ़ बल्लू। अब शिलोम, लोकेंद्र और बल्लू तीनों पुलिस की गिरफ्त में हैं।
सोनम और राज का बैग गायब करने वाले शिलोम जेम्स के मोबाइल में ठेकेदार लोकेंद्रसिंह तोमर की पुलिस को चैटिंग और कॉल रिकॉर्डिंग मिली है। लोकेंद्र उस पर सामान जलाने का दबाव बना रहा था, उसने कहा था कि पुलिस फिंगर प्रिंट लेकर आरोपी बना देगी। लोकेंद्र ने कार शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज डिलीट करवाने की भी खूब कोशिश की थी। शिलोम जेम्स रविवार सुबह तक शिलांग पुलिस एसआईटी को गुमराह करता रहा। लेकिन, जब उसके मोबाइल खंगाले गए तो लोकेंद्र तोमर से चैटिंग मिल गई। सख्ती से पूछताछ की गई तो शिलोम टूट गया और बताया कि लोकेंद्र ने ही सोनम व राज का सामान हटाने का दबाव बनाया था।

बिल्डिंग शिलोम ने किराए पर ले रखी
यह इमारत ग्वालियर निवासी लोकेंद्र तोमर की है और इसे 3 लाख रुपए महीने पर शिलोम जेम्स ने किराए पर लिया है। लोकेंद्र इसी इमारत में रहता है। शिलोम के मुताबिक, फ्लैट की दो चाभी लोकेंद्र के पास ही रहती हैं। उसने पहले ही तलाशी लेकर कीमती सामान निकाल लिया। बाद में शिलोम को बुलाया और कहा कि इसको यहां से हटा दो। शिलोम ने गार्ड बलवीर उर्फ़ बल्लू की मदद से सामान कार में भरा था।
लोकेंद्र ने कहा कि पुलिस उस तक पहुंचेगी, इसलिए सामान को आग लगा दो। वरना फिंगर प्रिंट लेकर मुलजिम बना देगी। इसके बाद शिलोम ने बैग को खाली करके उसमें आग लगा दी। पुलिस ने लोकेंद्र को ग्वालियर में गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के अनुसार पुलिस ने अभी शिलोम और बलवीर की ही गिरफ्तारी की जानकारी दी। अब लोकेंद्र भी गिरफ्त में आ गया।
हत्याकांड के सबूत नष्ट करने के आरोप
जब पुलिस ने शिलोम को पूछताछ के लिए बुलाया, तो उसने गुमराह किया और जानकारी से इन्कार कर दिया। सीसीटीवी फुटेज में बैग ले जाते दिखा, तो दोबारा बुलाया। एक बार तो उसने आने का बोल दिया। दूसरी बार उसने भोपाल जाने का कहकर फोन बंद कर लिया। टीम ने शिप्रा पुलिस की मदद से उसे टोलनाका पर पकड़ लिया गया। उसे शिलांग एसआईटी के सदस्यों ने समझाया भी था कि उन्हें बैग चाहिए। वे उसे इस हत्याकांड में फंसाना नहीं चाहते। इसके बावजूद शिलोम क्राइम ब्रांच थाने में झूठ बोलता रहा। आखिर में शिलोम को सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार करना पड़ा। इसके बाद वो टूट गया और बताया कि उसने बैग जला दिया है।
हत्याकांड के आठ आरोपी
– सोनम रघुवंशी : राजा रघुवंशी की पत्नी, जो पति राजा को फोटोशूट के बहाने पहाड़ी क्षेत्र में ले गई और वहां उसकी भाड़े के हत्यारों से हत्या करवाई।
– राज कुशवाह : घटना का मास्टर माइंड जिसके सोनम से प्रेम संबंध थे। उसने सोनम के साथ मिलकर साजिश रची और उसे पूरा भी किया। भाड़े के हत्यारों विक्की उर्फ विशाल, आकाश और आनंद को हत्या के लिए शिलांग भेजा।
– विशाल, आकाश और आनंद : सोनम की सगाई के बाद विशाल उर्फ़ विक्की ने राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा को मारने की साजिश की। वही आकाश और आनंद को अपने साथ गुवाहाटी ले गया था।
– शिलोम जेम्स : महालक्ष्मी नगर में रहने वाले शिलोम ने सोनम को छुपने के लिए विशाल को फ्लैट किराए पर दिया था। सोनम और राज यही रुके। सोनम के भागने के बाद शिलोम ने सोनम का बैग हटाया जिसमें 5 लाख रूपए, राजा की ज्वेलरी और एक पिस्टल होना बताया गया। बैग को बाद में जला दिया गया।
– लोकेंद्रसिंह तोमर : ग्वालियर निवासी जिसने शिलोम को 3 लाख रूपए महीने पर बिल्डिंग किराए पर दी थी। लोकेंद्र ने शिलोम से कहा था कि वह इस मामले में सब संभाल लेगा। लोकेंद्र ने कार शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज डिलिट करवाने की कोशिश भी की। शोरूम के कर्मचारी पलास से कहा कि 31 मई से 10 जून तक के फुटेज डिलिट कर दें, लेकिन पलाश ने मना कर दिया और फुटेज डिलीट नहीं किए।
– बलवीर अहिरवार उर्फ़ बल्लू : अशोकनगर के मदायन का रहने वाला बलवीर पेशे से सुतार है और बिल्डिंग में चौकीदारी भी करता था। शिलोम और लोकेंद्र के साथ मिलकर उसने फ्लैट की साफ-सफाई की और कुछ सामान भी उड़ा दिया।





