The Greatest NIRWIN World Record: अलीराजपुर की शब्दिता साहित्य कला संस्था को मिला वर्ल्ड रिकॉर्ड सम्मान, जनजाति क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धि

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Greatest NIRWIN World Record

The Greatest NIRWIN World Record: अलीराजपुर की शब्दिता साहित्य कला संस्था को मिला वर्ल्ड रिकॉर्ड सम्मान, जनजाति क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धि

अलीराजपुर। इंदौर में त्रि शताब्दी महोत्सव के तहत आयोजित भव्य समारोह में आलीराजपुर की शब्दिता साहित्य कला संस्था की महिला रचनाकारों ने अपनी मौलिक गद्य-पद्य रचनाओं के लिए The Greatest NIRWIN World Record का सम्मान प्राप्त किया।
संस्था संयोजिका माधुरी सोनी मधुकुंज के मार्गदर्शन में अंजु सिसौदिया, प्रतिभा पंचोली, आरती सोलंकी, दीप्ति पंवार, सोनू शर्मा, प्रार्थना शर्मा, रूपल कोठारी, श्रुति पंवार, दीपा सीहोटा, निर्मला माहेश्वरी, संध्या पांडे, ज्योति जोशी, पूर्णिमा व्यास, सोनिया सराफ, सुरभि रोमिल जैन, ऋतु सोलंकी, वंदना शर्मा, किशोरी शाह, निशा शाह, नेहा पाठक सहित 20 से अधिक महिला साहित्यकारों को प्रशस्ति पत्रक और पुस्तक सम्मान मिला। यह उपलब्धि जनजाति क्षेत्र की महिलाओं की प्रतिभा और स्त्री सशक्तिकरण का शानदार उदाहरण बनी।
समारोह में होलकर राजवंशी महंत उदयसिंह, राजे होलकर, अभय सिंह, राजेश राजे होलकर, कवठीकर राजपुरोहित, मध्य भारत समिति अध्यक्ष पद्मा सिंह, संस्कृति संस्था सुधा राज दीदी की उपस्थिति रही।
संस्था की अध्यक्ष सुरभि सपन जैन, मातृभाषा साहित्य संस्था आलीराजपुर ईकाई प्रमुख, संयोजिका माधुरी सोनी मधुकुंज और सभी सम्मानित सदस्याओं ने समारोह की शोभा बढ़ाई। यह आयोजन न केवल साहित्यिक उपलब्धि, बल्कि जनजातीय महिलाओं के आत्मविश्वास और पहचान का उत्सव बन गया।

चर्चित रचनाएं
शब्दिता साहित्य कला संस्था की महिला रचनाकारों की कई रचनाएं चर्चा में रहीं, खासकर माधुरी सोनी मधुकुंज की कविताएं और अंजु सिसौदिया की लघुकथाएं काफी सराही गईं। प्रतिभा पंचोली, आरती सोलंकी और दीप्ति पंवार की सामाजिक विषयों पर लिखी गई गद्य रचनाएं भी खूब चर्चा में रहीं। इन रचनाओं ने जनजातीय महिलाओं की भावनाओं, संघर्ष और सशक्तिकरण को खूबसूरती से प्रस्तुत किया।

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