
Ganeshji Jewelery : खजराना गणेश के आभूषण 7 किलो सोने से तैयार होंगे, गठित समिति सारा काम करेगी!
Indore : भगवान गणेश के लिए नए स्वर्ण आभूषण तैयार करने की योजना बनाई गई है। पुराने आभूषणों को गलाकर ही नए स्वर्ण आभूषण बनेंगे। इस काम के लिए गठित समिति ने बुधवार को कलेक्टर ऑफिस स्थित जिला कोषालय में खजराना गणेश के स्वर्ण आभूषणों का निरीक्षण किया।
नए मुकुट एवं स्वर्ण आभूषण बनाने का रूपरेखा तैयार की। इस दौरान समिति के सदस्यों के साथ ही मंदिर के पुजारी पंडित अशोक भट्ट भी मौजूद रहे। पं अशोक भट्ट ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर एक समिति बनाई गई है, जो खजराना गणेश के नए स्वर्ण आभूषण तैयार कराएगी। समिति के सदस्यों ने जिला कोषालय में स्वर्ण आभूषण का निरीक्षण किया और नए स्वर्ण आभूषण बनाने की रूपरेखा तैयार की। खजराना गणेश को साल में दो बार गणेश चतुर्थी और तिल चतुर्थी पर स्वर्ण आभूषण पहनाए जाते हैं।

उन्होंने बताया कि भगवान गणेश सहित रिद्धि-सिद्धि, शुभ-लाभ के स्वर्ण आभूषण हैं, जिनका वजन करीब 7 किलो है। इसमें भगवान गणेश के दो स्वर्ण मुकुट हैं। रिद्धि-सिद्धि के दो मुकुट और एक चंद्रिका है। शुभ-लाभ के दो स्वर्ण मुकुट और सिक्के हैं। इन सभी आभूषणों से नए स्वर्ण आभूषण तैयार किए जाएंगे। पहले भगवान गणेश का स्वर्ण मुकुट और चंद्रिका तैयार किया जाएगा।
पहले चांदी से बनेगा, फिर स्वर्ण आभूषण
उन्होंने बताया कि स्वर्ण मुकुट तैयार करने के पहले नाप लिए जाएंगे। इसके बाद पहले चांदी से अस्थायी आभूषण तैयार किए जाएंगे। डिजाइन व अन्य सभी चीजें फाइनल होने के बाद ही स्वर्ण आभूषण तैयार किए जाएंगे। इसमें कुछ समय लगेगा। जिसके बाद नए स्वर्ण आभूषण तैयार होंगे। पं.अशोक भट्ट ने बताया कि इंदौर के ही एक ज्वेलर्स से ये आभूषण तैयार कराए जा रहे हैं। चांदी के मुकुट तैयार करने में एक महीने का समय लगेगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।





