
Inflation Increased in Pakistan : भारतीय प्रतिबंधों से पाकिस्तान में महंगाई बढ़ी, जरूरी सामान की कीमत बढ़ने से जनता नाराज!
Karachi : भारत ने पाकिस्तान पर जो प्रतिबंध लगाए थे, उनका असर अब दिखाई देने लगा है। सबसे ज्यादा असर व्यापार पर पड़ा और पाकिस्तान में महंगाई चरम पर पहुंच गई। इससे पाकिस्तानी जनता जो पहले से ही आर्थिक संकट से गुजर रही थी, अब महंगाई का शिकार हो गई। पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिगड़े हालात को देखते हुए भारत ने पाकिस्तान पर सिंधु जल संधि को स्थगित की और भारतीय बंदरगाहों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी।
इसका असर अब पाकिस्तान पर साफ दिखाई देने लगा है। भारतीय बंदरगाहों के इस्तेमाल पर रोक से पाकिस्तान की माल ढुलाई की लागत काफी बढ़ गई। इससे सामान पहुंचने के समय में भी देरी होने लगी। पाकिस्तान में रोजमर्रा के जरूरी सामान की कीमत बढ़ने के साथ उसकी किल्लत भी होने लगी। भारतीय बंदरगाहों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध से पाकिस्तानी आयातक परेशान हो गए। उनका कहना है कि इस प्रतिबंध के कारण माल ढुलाई का समय तो बढ़ा ही लागत भी बढ़ी।

कराची चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष जावेद बिलवानी ने कहा कि भारत की इस कार्रवाई के कारण माल ढुलाई वाले बड़े जहाज पाकिस्तान नहीं आ रहे। इससे हमारे इम्पोर्ट में 30 से 50 दिन की देरी होने लगी। इम्पोर्टर अब छोटे जहाजों यानी फीडर वेसल पर निर्भर हैं, जिससे लागत बढ़ी है। एक्सपोर्टरों ने भारत के प्रतिबंध के बाद माल ढुलाई और बीमा लागत भी बढ़ा दी है।
व्यापारिक संबंध बिगड़ने का असर
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के व्यापारिक संबंध खराब हो गए। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान से आयातित सभी वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाकर 200% कर दिया। पाकिस्तान और भारत के बीच औपचारिक व्यापार संबंध 2019 से ही स्थिर बने हुए हैं। द्विपक्षीय व्यापार 2018 में 2.41 अरब डॉलर से घटकर 2024 में 1.2 अरब डॉलर रह गया है। भारत में पाकिस्तान का निर्यात 2019 में 54.75 करोड़ डॉलर से घटकर 2024 के केवल 4,80,000 डॉलर रह गया है।
पाकिस्तानी जहाज भारत में लंगर नहीं डाल पा रहे
पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी माल ले जाने वाले जहाजों को भारत के बंदरगाहों पर लंगर नहीं डाल पा रहे हैं। क्योंकि, भारत ने लंगर डालने से रोक लगाई है। इस कारण माल ढुलाई शुल्क और पारगमन समय में वृद्धि हुई। भारत ने पाकिस्तान से आने या निर्यात होने वाले माल के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात या पारगमन पर दो मई, 2025 से व्यापक प्रतिबंध लगा दिया।
पाकिस्तान के निर्यातकों का कहना है कि भारत के प्रतिबंध का निर्यात पर प्रभाव न्यूनतम रहा। कपड़ा क्षेत्र के निर्यातक आमिर अजीज ने कहा कि निर्यात पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। बीमा लागत में जरूर वृद्धि हुई है। ढुलाई शुल्क में वृद्धि से पहले ही हो चुकी थी। पाकिस्तान के एक प्रमुख अखबार के अनुसार, पाकिस्तान के निर्यात मूल्य संवर्धन के लिए आयातित कच्चे माल पर बहुत अधिक निर्भर हैं। सरकार विदेशी मुद्रा को बचाने के लिए आयात पर सख्त नियंत्रण बनाए रखती है, इसलिए आपूर्ति शृंखलाओं में किसी भी व्यवधान का व्यापक आर्थिक प्रभाव पड़ता है। इन सारे प्रतिबंधों का असर यहां की जनता पर पड़ा, क्योंकि महंगाई बढ़ गई।





