
पुत्र की हत्या, पिता की मौत का क्या है रहस्य… अब यह नरबलि है या फिर आत्महत्या!
टीकमगढ़: रविवार की सुबह पुत्र अखिलेश कुशवाहा की जहां गला काटकर हत्या कर दी गई जिसे नरबलि का रूप दिया जा रहा है,वही 300 मीटर दूर घर में सो रहे पिता की भी मौत हो गई है। पुलिस अधीक्षक भी हर एंगल से मामले की जांच करने की बात कर रहे हैं।
टीकमगढ़ जिले के पुलिस थाना चंदेरा के अंतर्गत आने वाले विजयपुर गांव में सुबह करीब 11:00 के आसपास टीकमगढ़ पुलिस को सूचना मिलती है कि एक व्यक्ति की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। सूचना मिलते ही जतारा एसडीओपी के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंचती है और देखते हैं कि वहां पर पूजा पाठ किया गया है यानी की तांत्रिक क्रिया की गई है।
जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम बताते है कि यह नरबलि का मामला है। इसके बाद शाम ढलते-ढलते पता चलता है कि जहां अखिलेश कुशवाहा की हत्या की गई है उसके करीब 500 मीटर दूर उसके पिता गोला कुशवाहा की भी कमरे में मौत हो जाती है जो कैंसर से पीड़ित था। सूत्र बताते हैं कि उसके पैर में कैंसर था। पिछले 6 माह से जिसका इलाज ग्वालियर में चल रहा था लेकिन मौत संदिग्ध होती है। इसके बाद पुलिस पंचनामा की कार्यवाही करती है और दोनों का एक साथ पोस्टमार्टम करती है। एक तरफ पुत्र की नरबलि और पिता की संदिग्ध मौत कई संशय खड़ा कर देती है।
रविवार की शाम टीकमगढ़ के पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई घटनास्थल का निरीक्षण करते हैं और निरीक्षण करने के बाद वह स्वीकार करते हैं कि हां अखिलेश कुशवाहा की नरबलि दी गई है लेकिन पिता की मौत कैसे हुई क्योंकि उसको कैंसर कहीं और नहीं पेर में था, जिसका इलाज चल रहा था। उन्होंने कहा कि दोनों का एक साथ पोस्टमार्टम कराया गया है और पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
अभी इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि पिता की हत्या है या मौत और पुत्र की नरबलि क्यों दी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट आने के बाद दोनों मामलों का खुलासा होगा।





