Stamp Duty Scam : शहर की जमीन को गांव की बताकर रजिस्ट्री, सरकार को 13.32 करोड़ का चूना लगाया! 

3 बिल्डरों और 2 अफसरों पर EOW ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई! 

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Stamp Duty Scam : शहर की जमीन को गांव की बताकर रजिस्ट्री, सरकार को 13.32 करोड़ का चूना लगाया! 

Indore : स्टांप ड्यूटी चोरी का बड़ा मामला आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्लयू) के सामने आया है। रियल एस्टेट कारोबारियों और रजिस्ट्रार अधिकारियों ने मिलकर डीएलएफ गार्डन सिटी की शहर की जमीन को गांव की गाइडलाइन में दिखाकर रजिस्ट्री करवा ली। इस गड़बड़ी से सरकार को करीब 13.32 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। इस मामले में ईओडब्लयू ने पांच के खिलाफ मामला दर्ज किया. इनमें 3 बिल्डर और पंजीयन विभाग के 2 अफसर हैं। मामले की जांच शुरू कर दी।

यह शहर में हाईप्रोफाइल स्टांप ड्यूटी घोटाला है, जिसमें डीएलएफ गार्डन सिटी की जमीन को गांव की भूमि बताकर रजिस्ट्री कराई गई। इस चालाकी से शासन को करोड़ों का नुकसान पहुंचा। अब मामले में ईओडब्ल्यू ने तीन रियल एस्टेट कारोबारियों और दो अफसरों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

जानकारी के मुताबिक, डीएलएफ गार्डन सिटी की प्राइम लोकेशन वाली जमीन को जानबूझकर गांव की गाइडलाइन की दरों में दर्शाया गया। गार्डन सिटी की जमीन को कम दर पर रजिस्ट्री कराई गई। मेसर्स एक्सक्लूसिव रियल्टी के विवेक चुघ, मेसर्स सेवनहार्ट्स बिल्डकॉन एलएलपी के हितेंद्र मेहता और अजय कुमार जैन ने रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारियों के साथ मिलकर इस हेराफेरी को अंजाम दिया। इस धोखाधड़ी शासन को स्टांप ड्यूटी 13 करोड़ 32 लाख 95 हजार रुपए का नुकसान हुआ।

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अधिकारियों से साठगांठ  

   ईओडब्ल्यू के एसपी ने बताया कि बिल्डर विवेक चुघ, हितेंद्र मेहता और अजय कुमार जैन ने पंजीयन विभाग के अधिकारियों संजय सिंह और अमरेश नायडू के साथ मिलकर धोखाधड़ी की। इन लोगों ने डीएलएफ गार्डन सिटी की जमीन को गांव की जमीन बताकर रजिस्ट्री कराई, ताकि कम स्टांप ड्यूटी लगे। डीएलएफ गार्डन सिटी के स्वीकृत नक्शे में जानबूझकर छेड़छाड़ की और केवल उसका एक अंश भाग ही सिस्टम में अपलोड किया गया।

परियोजना का असली नाम हटाकर उसे ‘मांगल्या सड़क गांव’ की जमीन बताया गया। जहां गाइडलाइन दर 50,800 रुपए प्रति वर्ग मीटर थी, वहां केवल 14,200 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से रजिस्ट्री कराई गई। इस तरीके से शासन को 13 करोड़ 32 लाख 95 हजार रुपए की स्टांप ड्यूटी का नुकसान पहुंचाया।

नामजद किए गए आरोपी इस प्रकार है विवेक चुघ पिता मोहनलाल चुघ (मेसर्स एक्सक्लूसिव रियल्टी), हितेंद्र मेहता पिता अजय कुमार जैन (मेसर्स सेवनहार्ट्स बिल्डकॉन एलएलपी), महेन्द्र कुमार जैन पिता संजय सिंह (साझेदार : सेवनहार्ट्स बिल्डकॉन एलएलपी), अमरेश नायडू वरिष्ठ जिला पंजीयक (पंजीयन विभाग इंदौर) और संजय सिंह उप पंजीयक।

आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज

ईओडब्लयू डीएसपी पवन सिंघल ने जानकारी दी कि आरोपियों की इस साजिश के कारण सरकार को कुल 13 करोड़ 32 लाख 95 हजार 106 रुपए का राजस्व नुकसान हुआ। इस गंभीर अपराध के चलते, आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराएं 318(4), 61(2), 338, 336(3) और 340, साथ ही भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7(सी) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।