रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट
Ratlam: स्वर्ण नगरी के नाम से विख्यात इस शहर में स्वर्ण आभुषणों के निर्माण को लेकर बंगाली कारिगरों की बहुतायत है।जहां आए दिन बंगाली कारिगरों द्वारा स्वर्णकार और ज्वेलर्स का स्वर्ण आभूषणों के निर्माण के लिए दिया गया सोना लेकर भाग जाने की घटनाएं होती रहती है।जिसमें से कुछ ज्वैलर्स और स्वर्णकार पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हैं तो कुछ मामलों में कानूनी कार्रवाई,थानों और न्यायालय के चक्कर लगाने से बचने के लिए थानों तक शिकायत करने नहीं पहुंचते है।जहां बिते कल एक बंगाली कारीगर कई स्वर्णकारों और ज्वेलर्स लोगों का सोना लेकर भाग गया।
जिनमें से एक ज्वैलर्स रवि पिता नवनीत सोनी ने बंगाली कारीगर अमीरुल पिता फरहत शेख निवासी पांडवा जिला हुगली के विरुद्ध शहर के थाना माणकचौक में 175 ग्राम सोना लेकर भाग जाने की एफआईआर दर्ज कराई।बता दें कि भागा हुआ बंगाली कारीगर बिते 8-10 सालों से रतलाम में लोगों की दुकान पर माहवारी के हिसाब से कार्य करता रहा जिसने पिछले कुछ दिनों पहले अपनी स्वयं की दुकान खोलकर आभुषण बनाने लगा था।जहां ज्वैलर्स और स्वर्णकार उसको एडवांस में सोना देकर आभुषणों का निर्माण कराते थे। मंगलवार से उसके घर पर ताला लगा मिला और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ मिलने पर ज्वैलर्स और स्वर्णकारों में हड़कंप मच गया।बात को लेकर कल रात थाना माणकचौक में पीड़ीत लोगों का जमघट लगा रहा जहां एक ज्वैलर्स ने आरोपी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई।सूत्रों की मानें तो भागने वाले बंगाली कारीगर ने 8 से 10 लोगों को लगभग एक किलो से भी अधिक सोने की चपत लगाई है।फिलहाल मामले में थाना माणकचौक पुलिस आरोपी के विरुद्ध घारा 406 भादवि में मुकदमा दर्ज कर जांच में लिया है।