अमेरिका के अलास्का में 7.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, सुनामी अलर्ट जारी

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अमेरिका के अलास्का में 7.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, सुनामी अलर्ट जारी

 

अमेरिका के अलास्का में बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात 2:07 बजे (IST) जबरदस्त भूकंप के झटके महसूस किए गए। USGS और भारत की नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.3 आंकी गई। भूकंप का केंद्र सैंड पॉइंट से लगभग 87 किमी दक्षिणी समुद्री क्षेत्र में, करीब 36 किमी गहराई पर था। झटके एंकोरेज समेत अलास्का पेनिनसुला सहित बड़े पैमाने पर महसूस किए गए। लगभग एक हज़ार लोगों ने तेज़ कंपन की पुष्टि की।

 

भूकंप के तुरंत बाद अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली (NWS/तीडब्ल्यूसी) ने अलास्का की खाड़ी व दक्षिणी तटीय क्षेत्रों- Sand Point, Kodiak, Cold Bay आदि- में सुनामी अलर्ट जारी किया। लोगों को ऊंचे इलाकों की ओर जाने और समुद्र तट से दूर रहने की सलाह दी गई। करीब एक घंटे बाद, खतरा कम होते ही अलर्ट को एडवाइजरी में बदला गया और फिर हटा भी लिया गया। सैंड पॉइंट में कुछ सेंटीमीटर ऊंची लहरें देखी गईं, लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ।

 

भूकंप की तीव्रता और गहराई को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी कम गहराई में आया भूकंप ज़्यादा खतरनाक होता है, क्योंकि कंपन सीधे सतह तक तेजी से पहुंचता है। ऐसे ही भूकंपों के कारण सुनामी की चेतावनी दी जाती है। भूकंप के बाद 40 से अधिक आफ्टरशॉक दर्ज हुए, जिनमें 5.2 तीव्रता तक के झटके शामिल हैं।

 

अलास्का दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में शामिल है, जहां 1964 में 9.2 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप और कई ज्वालामुखीय गतिविधियां हो चुकी हैं। यहां की भौगोलिक स्थिति और अलेउतियन सबडक्शन ज़ोन के कारण बार-बार तेज़ झटके आते रहते हैं, जिससे यहां के लोग प्राकृतिक आपदा के प्रति हमेशा सतर्क रहते हैं।

खुशकिस्मती रही कि इतनी बड़ी तीव्रता के बाद भी अब तक किसी प्रकार की जनहानि या बड़े नुकसान की खबर नहीं है। वैज्ञानिक और स्थानीय प्रशासन लोगों को आफ्टरशॉक्स तथा भविष्य की किसी हलचल के प्रति सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।