
Digital Arrest: रिटायर्ड क्लर्क से 32 लाख 54 हजार की बड़ी ठगी, जीवन भर की पूंजी एक ही झटके में खत्म!
विनोद काशिव की रिपोर्ट
जांजगीर-चाम्पा। राजधानी रायपुर के बाद छोटे शहरों में भी लोग डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो रहे हैं। प्रदेश के जांजगीर-चांपा में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां साइबर फ्रॉड ने मनी लांड्रिंग में नाम आने का डर दिखाकर रिटायर्ड क्लर्क तुषारकर देवांगन से 32 लाख 54 हजार की बड़ी ठगी की है।
बदमाशों ने वाट्सएप वीडियो कॉलिंग कर डराया और 6 किस्तों में राशि को 4 खातों में ट्रांसफर करा लिया। ठगी के बाद इस मामले में सिटी कोतवाली में FIR दर्ज करा दी गई है।

दरअसल, जांजगीर का तुषारकर देवांगन, 2022 में क्लर्क पद से रिटायर्ड हुआ था। अभी 3 जुलाई को उसके पास एक अंजान नंबर से कॉल आया और उसे कॉलर ने मनी लांड्रिंग में नाम आने और खाते की जांच कराने का डर दिखाया। इस दौरान डिजिटल अरेस्ट करने को लेकर धमकाया तो रिटायर्ड क्लर्क तुषारकर देवांगन डर गया और उसने 6 किस्तों में 32 लाख 54 हजार रुपये को 4 खातों के ट्रांसफर कर दिया। इस तरह जीवन भर की पूंजी एक ही झटके में खत्म हो गई।
मामले में सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा FIR दर्ज कर जांच की जा रही है।साइबर फ्रॉड के मामले रोज प्रकाश में आ रहे हैं। इससे बचने के लिए पुलिस की बार-बार की अपील और मोबाइल पर आने वाले संदेशों के बावजूद लोग अब भी ठगी का शिकार बन रहे हैं। साइबर फ्रॉड के शिकार ज्यादातर वही लोग बन रहे हैं, जिन्हें बाहरी दुनिया से मतलब नहीं है। ऐसे लोगों को अपने ज्ञान के चक्षु खोलते हुए ऐसी घटनाओं को भी संज्ञान में लेना चाहिए, ताकि वे इस तरह के फ्रॉड से बच सकें।




