
Brain Stroke and Heart Attack: जीवन रक्षा के नैसर्गिक उपक्रम
डॉ तेज प्रकाश व्यास
ब्रेन स्ट्रोक
एक गंभीर स्थिति है, लेकिन कुछ सावधानियां और जीवनशैली में बदलाव करके इसके खतरे को कम किया जा सकता है। मेडिकल साइंस द्वारा समर्थित कुछ प्रमुख सावधानियां और सुझाव यहाँ दिए गए हैं:
ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाव के लिए सावधानियां:
ब्लड प्रेशर नियंत्रण: उच्च रक्तचाप स्ट्रोक का एक प्रमुख कारण है। नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाएं और डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसे नियंत्रित रखें।
कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रखें: उच्च कोलेस्ट्रॉल धमनियों को संकरा कर सकता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर की निगरानी करें और स्वस्थ आहार अपनाएं।
धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और स्ट्रोक के खतरे को दोगुना कर देता है।
नियमित व्यायाम करें: सप्ताह में कम से कम पांच दिन 20-30 मिनट तक मध्यम व्यायाम करें। यह स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद करता है।
स्वस्थ आहार लें: फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों से भरपूर आहार लें। नमक, ट्रांस वसा और संतृप्त वसा की मात्रा कम रखें।
शर्करा युक्त पेय पदार्थों से बचें: ये आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं।
स्वस्थ वजन बनाए रखें: मोटापा और अधिक वजन स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
शराब का सेवन बंद करें।
तनाव कम करें:
तनाव अधिक खाने, व्यायाम की कमी, अस्वास्थ्यकर आहार और धूम्रपान जैसे व्यवहारों में योगदान कर सकता है।
पर्याप्त नींद लें: वयस्कों को प्रति रात 7-9 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं: अपने डॉक्टर से नियमित रूप से मिलें और अपनी स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करवाएं।
नैसर्गिक चिकित्सा एवं अन्य सावधानियां:
लाल रंग के फल यथा सेवफल, अनार , strawberry, red grapes, तथा ब्लैक ग्रेप्स, में paryapt पर्याप्त मात्रा में ARGININE एमिनो एसिड्स होते हैं । इनसे नाइट्रिक ऑक्साइड का स्त्रावण होता है, जो vasodilation करते हैं याने हमारे शरीर में एक लाख किलोमीटर का रक्त परिपथ (आर्टरीज वेंस और कैपिलरीज) को फ्लेक्सिबल और फैलाए रखता है , जिससे रक्त परिसंचरण श्रेष्ठ होता है। शरीर की ट्रिलियन : खरबों कोशिकाओं को स्वस्थता प्रदान करते हैं , याने हृदय मस्तिष्क , फेफड़े , आंत सहित शरीर के सभी अंगों को स्वस्थता प्रदान करते हैं।
हां गाजर तरबूज पपीता भी उत्कृष्ट उपयोगी हैं । फल और सब्जियों को चयन करते समय इंद्र धनुषी रंगों को ध्यान में रखते हुए रंग बिरंगी फल सब्जियों का उपयोग करें। दिल दिमाग़ और पूरा शरीर श्रेयस्कर स्वरूप में कार्य करेगा।
विटामिन बी युक्त खाद्य पदार्थ: मशरूम, दालें, शकरकंद, पालक, केले, खट्टे फल संतरा मौसम्बी अनार और कद्दू बीज जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। विटामिन बी की कमी मस्तिष्क के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
विटामिन डी: विटामिन डी भी मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। सुबह की धूप अवश्य लीजिएगा।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: अलसी के बीज, अखरोट, बादाम जैसे खाद्य पदार्थों में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो हृदय और मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। 4 अखरोट, 4 बादाम रात को धोकर पानी में गला दीजिए। सुबह पुनः धोकर बारीक ग्राइंड कर लीजिए और संभव हो तो गाय के दूध के साथ शिप sip sip कर पीजिए।
नट्स और बीज: रोजाना एक नट्स का सेवन सूजन को कम करने, ब्लड प्रेशर को कम करने और समग्र संवहनी स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद कर सकता है।
जड़ी-बूटियाँ और मसाले: अपने आहार में अजवायन, रोजमैरी, थाइम,और तुलसी जैसी जड़ी-बूटियाँ और मसाले शामिल करें। ये हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानें:
यदि आपको चेहरे, हाथ या पैर में अचानक सुन्नपन या कमजोरी, बोलने या समझने में कठिनाई, देखने में परेशानी, चलने में परेशानी, चक्कर आना या अचानक तेज सिरदर्द हो तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
समय पर इलाज:
स्ट्रोक के लक्षणों की शुरुआत के तुरंत बाद चिकित्सा उपचार प्राप्त करना मस्तिष्क क्षति और अन्य जटिलताओं को कम कर सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सुझाव सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं और इन्हें चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। यदि आपको ब्रेन स्ट्रोक के खतरे के बारे में कोई चिंता है, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
एक्टर-डायरेक्टर राकेश रोशन ने अपनी हेल्थ को लेकर एक चौंका देने वाला अपडेट दिया है, उन्होंने लोगों से अपील की है कि 40 की उम्र के बाद आपको कुछ टेस्ट करा लेने चाहिए, उन्हें दबे पांव एक साइलेंट बीमारी होने वाली थी।
![]()
ऋतिक रोशन के पिता और बॉलीवुड एक्टर-डायरेक्टर राकेश रोशन ने बताया है कि उनके साथ इस हफ्ते एक बहुत जरूरी और सीख देने वाली बात हुई। वो एक सामान्य फुल बॉडी हेल्थ चेकअप के लिए गए थे। जब डॉक्टर ने हार्ट की सोनोग्राफी की, तो उन्होंने कहा कि गर्दन की भी सोनोग्राफी करवा लें।
इस जांच से पता चला कि उनकी गर्दन की दोनों कैरोटिड आर्टरी (जो दिमाग तक खून पहुंचाती हैं) 75% से ज्यादा ब्लॉक थीं और उन्हें इसका कोई लक्षण भी नहीं था। अगर ये समय पर नहीं पता चलता, तो बड़ी परेशानी हो सकती थी। मैंने तुरंत अस्पताल में भर्ती होकर इलाज करवा लिया।
Source: Navbharat Times
https://search.app/wepmq
Soleus Muscle; आपका हृदय अकेला नहीं धड़कता,आपके पैरों में भी एक हृदय है





