
श्री राजपूत समाज शिव महापुराण कथा का हुआ समापन, महापौर प्रहलाद पटेल, पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी समाजसेवी गोविन्द काकानी ने लिया भाग!
Ratlam : शहर के हाथीखाना क्षेत्र स्थित राजपूत समाज धर्मशाला में विगत एक सप्ताह से चल रही शिव महापुराण कथा का गुरुवार को समापन हुआ। कथा का वाचन व्यास पीठाचार्य ब्रह्म ऋषि हेमंत कश्यप जी महाराज द्वारा किया गया उन्होंने बताया कि यह दिन शिवत्व की पूर्णता, परिवार, धर्म की स्थिरता और मोक्ष मार्ग के सार को समर्पित होता है। शिव-पार्वती विवाह के बाद दोनों कैलाश पर गृहस्थ जीवन जीने लगे थे यह जीवन संसार को यह संदेश देता है कि त्याग और संसार दोनों में संतुलन आवश्यक है।

कथा में उन्होंने बताया कि एक दिन पार्वती जी ने स्नान करते समय अपने उबटन से एक बालक को बनाकर उसे द्वारपाल बना दिया। शिवजी जब भीतर आने लगे तो उस बालक ने उन्हें रोक लिया शिव ने क्रोधित होकर उसका मस्तक काट दिया था। पार्वती जी के क्रोध और विलाप को देखकर शिवजी ने हाथी के मस्तक पर शिशु का सिर लगाकर बालक को पुनर्जीवित किया था।
कथा के समापन पर शाम को 5 बजे आरती संपन्न की गई। इसमें मुख्य यजमान महापौर प्रहलाद पटेल, पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी, गोविंद काकानी, भगत सिंह भदोरिया एवं श्री मराठा समाज मौजूद रहें। वीर क्षत्राणी शक्ति ग्रुप द्वारा ब्रह्मऋषि श्री कश्यप जी को तलवार भेंट की गई।

तत्पश्चात आरती संपन्न कर सभी समाज के सभी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। बीच-बीच में मधुर भजन प्रस्तुत किए गए। जिसमें महिलाओं ने शिव को नमन करते हुए नृत्य किया। आरती में समाजजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहें तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।
वीर क्षत्राणी शक्ति के संग श्री राजपूत नवयुवक मंडल न्यास एवं महिला मंडल हाथी खाना क्षत्रिय समाज के सभी पुरुष महिलाएं एवं बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहें तथा न्यास और महिला मंडल द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया!





