भोपाल:मध्यप्रदेश में सोनकच्छ से आष्टा के बीच देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जाएगा। वहीं इंदौर भोपाल रोड पर तीस हजार एकड़ क्षेत्र में मेगा इंडस्ट्रियल रिजन भी तैयार किया जाएगा। इसके जरिए प्रदेश के दो लाख युवा बेरोजगारों को रोजगार मिल सकेगा।
केन्द्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की रुचि से मध्यप्रदेश में देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनलएयरपोर्ट बनने की राह खुली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग की समीक्षा के दौरान विभाग के मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव और प्रमुख सचिव संजय शुक्ला को निर्देशित कर चुके है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ ही मध्यप्रदेश में मेगा इंडस्ट्रियल रीजन के प्रोजेक्ट पर भी तेजी से काम शुरु किया जाए।
जो मेगा इंडस्ट्रियल रिजन बनेगा उसमें इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बनेगा। आष्टा से सोनकच्छ के बीच इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा। इसे शुरु करने का उद्देश्य प्रदेश में निवेश के लिए आने वाले औद्योगिक घरानों को देशभर में आने-जाने के लिए हवाई परिवहन की सुविधा मुहैया कराना है।
*सिंधिया और दत्तीगांव के बीच हुआ मंथन-*
दिल्ली में केन्द्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग के मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव और मध्यप्रदेश के औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, एयरपोर्ट अथॉरिटी के चेयरमेन संजीव कुमार और विमानन विभाग के अधिकारियों के साथ कल लंबा मंथन हुआ है। विमानन मंत्रालय ने कई तरह के तकनीकी सुझाव दिए है। सेटेलाईट सर्वे जल्द पूरा करने को कहा है। कहां कितनी जमीन उपलब्ध है। भोपाल और इंदौर एयरपोर्ट से इस नये इंटरनेशनल एयरपोर्ट की कितनी दूरी रहेगी। इसे दोनो एयरपोर्ट, रेलवे और राष्ट्रीय तथा राज्य राजमार्गो से कैसे कनेक्क्ट किया जाएगा इस पर मंथन किया गया है।
*मेगा इंडस्ट्रियल रिजन-*
शाजापुर से देवास, एबी रोड, इंदौर-भोपाल रोड, भोपाल-जयपुर रोड, नरसिंगढ़ को आपस में जोड़ा जाएगा। इंटरनेशनल एयरपोर्ट आष्टा से सोेनकच्छ के बीच बनेगा। यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। यहां से देश के सभी हिस्सों में आने और जाने के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
भोपाल इंदौर रोड और उससे लगे मार्गो को जोड़ते हुए मेगा इंडस्ट्रियल रीजन भी तैयार किया जाएगा। यहां सभी तरह के उद्योग शुरु किए जा सकेंगे। एसईजेड भी बनाए जाएंगे। इसमें खाद्य प्रसंस्करण, सेवा उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी, रेडीमेड गारमेंट, उद्योगों से जुड़े सहायक उद्योग, फूड इंस्ट्रीज, फार्मा इंडस्ट्रीज,इलेक्ट्रानिक और अन्य सभी तरह के उद्योगों के लिए यहां विकसित भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। उद्योगों को सड़क, बिजली पानी से लेकर अन्य सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। जो उद्योग यहां आएंगे उन्हें राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत मिलने वाली रियायतें भी उपलबध कराई जाएंगी। इस प्रोजेक्ट के लिए रेलवे,हवाई और सड़क परिवहन को आपस में कनेक्ट किया जाएगा।
सेटेलाइट सर्वे शुरु, एसटीवी का गठन होगा, निजी पार्टनर ढूंढेंगे- इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए सेटेलाईट सर्वे शुरु हो चुका है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट और मेगा इंडस्ट्रियल रिजन के लिए फुल टाईम अधिकारी की तैनाती की जाएगी। जमीनों को देखने के लिए सर्वे होगा।एसटीवी का गठन किया जाएगा। सके अलावा इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए प्राइवेट पार्टनर भी ढूंढे जाएंगे।
*दो लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार-*
मेगा इंडस्ट्रियल रिजन और इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरु होंने से प्रदेश में दो लाख युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। इसके अलावा मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाएं भी बढ़ जांएगी। नये उद्योग शुरु होंगे तो उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद रियायती दरों पर मिल सकेंगे।