Anil Ambani Accused of Loan Fraud : अनिल अंबानी की कंपनी पर ₹14,000 करोड़ से ज्‍यादा के ‘लोन फ्रॉड’ का आरोप!

SBI ने इस फ्रॉड की जानकारी RBI को दी और अब CBI में केस दर्ज करने की तैयारी!

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Anil Ambani Accused of Loan Fraud : अनिल अंबानी की कंपनी पर ₹14,000 करोड़ से ज्‍यादा के ‘लोन फ्रॉड’ का आरोप!

New Delhi : रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड और इसके प्रमोटर अनिल अंबानी पर बड़ा आरोप लगा है। कंपनी पर 14,000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा के लोन फ्रॉड का मामला सामने आया है। यह जानकारी संसद में खुद केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दी है। उन्होंने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने रिलायंस कम्युनिकेशंस और अनिल अंबानी को रिजर्व बैंक की गाइडलाइंस के तहत ‘धोखाधड़ी’ यानी फ्रॉड की कैटेगरी में डाल दिया है। SBI ने इस फ्रॉड की जानकारी RBI को दे दी है और अब CBI में केस दर्ज करने की तैयारी चल रही है।

रिलायंस कम्युनिकेशंस पर केनरा बैंक से भी 1,050 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। बैंकिंग सिस्टम में इतना बड़ा घोटाला सामने आने के बाद अब इसकी जांच और एजेंसियों के हाथ में है। सूत्रों के मुताबिक अनिल अंबानी और उनकी कंपनियों के विदेशों में छुपे बैंक अकाउंट्स और प्रॉपर्टी की भी जांच शुरू हो चुकी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। अब जब SBI ने धोखाधड़ी की पुष्टि कर दी है और CBI में शिकायत दर्ज की जा रही है, तो आने वाले वक्त में अनिल अंबानी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। अन्‍य एजेंसियां भी इस मामले में एक्टिव हो सकती हैं।

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मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी

ईडी ने गुरुवार को अनिल अंबानी से जुड़े अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है। ये छापेमारी दिल्ली और मुंबई में की गई है। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह से संबंधित 35 से ज्यादा परिसरों, 50 कंपनियों और 25 से अधिक लोगों के कई ठिकानों पर छापे मारे हैं। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में नेशनल हाउसिंग बैंक, सेबी, नेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिंग अथॉरिटी (एनएफआरए), बैंक ऑफ बड़ौदा जैसी अन्य एजेंसियों और संस्थानों ने भी ईडी के साथ जानकारी साझा की।

ईडी की प्रारंभिक जांच में बैंकों, शेयरधारकों, निवेशकों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों के साथ धोखाधड़ी करके जनता के पैसों को इधर-उधर करने/निपटाने की एक सुनियोजित और सोची-समझी योजना का खुलासा हुआ है। साथ ही, यस बैंक लिमिटेड के प्रमोटर सहित बैंक अधिकारियों को रिश्वत देने का अपराध भी जांच के दायरे में है।