Backseat Driving : एयर इंडिया को सरकार की वार्निंग, तत्काल बंद करो बैकसीट ड्राइविंग

अधिकारियों के अनुसार कई मामलों में निर्णय किसी और के द्वारा लिए जा रहे!

308

Backseat Driving : एयर इंडिया को सरकार की वार्निंग, तत्काल बंद करो बैकसीट ड्राइविंग

New Delhi : अहमदाबाद प्लेन क्रैश को लेकर सरकार और टाटा की मीटिंग में सरकार सख्त नजर आई। वैसे भी AI-171 से जुड़े हादसे और उसके बाद के अन्य छोटे-मोटे घटनाक्रमों ने देश की विमानन सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। इन्हीं चिंताओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने टाटा संस और एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को क्लियर मैसेज दिया। सरकार ने साफ कहा कि एयर इंडिया के विभागों में ‘बैकसीट ड्राइविंग’ यानी पर्दे के पीछे से फैसले लेने की संस्कृति को तत्काल खत्म किया जाए।

असल में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, सचिव समीर कुमार सिन्हा और DGCA प्रमुख फैज अहमद किदवई ने एन चंद्रशेखरन से मुलाकात की। इसमें सुरक्षा से जुड़े अहम विभागों जैसे ट्रेनिंग, इंजीनियरिंग, मेंटेनेंस और ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर में स्पष्ट अधिकार और जवाबदेही तय करने की बात कही गई। अधिकारियों के अनुसार कई मामलों में निर्णय किसी और के द्वारा लिए जा रहे हैं। जबकि, पोस्ट पर कोई और बैठा है। यह व्यवस्था खतरनाक है और इसे खत्म करना जरूरी है।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि ऐसी बात सामने आई कि एयर इंडिया के भीतर यह स्थिति लंबे समय से देखी जा रही है कि जब कोई गलती होती है तो असल में जो फैसले ले रहे होते हैं वे सामने नहीं आते। बल्कि, दिखावटी पदों पर बैठे लोगों को ही बलि का बकरा बना दिया जाता है। DGCA पहले ही क्रू शेड्यूलिंग में गड़बड़ी को लेकर तीन अधिकारियों को हटा चुकी है और चेतावनी दी थी कि अगर लापरवाही जारी रही तो एयरलाइन को बंद भी किया जा सकता है।

बलि का बकरा बनाया जाता 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया कि ऐसी बात सामने आई कि एयर इंडिया के भीतर यह स्थिति लंबे समय से देखी जा रही है कि जब कोई गलती होती है, तो असल में जो फैसले ले रहे होते हैं वे सामने नहीं आते। बल्कि दिखावटी पदों पर बैठे लोगों को ही बलि का बकरा बना दिया जाता है। DGCA पहले ही क्रू शेड्यूलिंग में गड़बड़ी को लेकर तीन अधिकारियों को हटा चुकी है। चेतावनी भी दी थी कि अगर लापरवाही जारी रही तो एयरलाइन को बंद भी किया जा सकता है।