Happy Ending of ‘Raanjhanaa’ with AI : धनुष को ‘रांझणा’ के AI वाले क्लाइमैक्स पर आपत्ति, यह मेरी मर्जी के बिना हुआ!

उन्होंने कहा कि फ़िल्म की हैप्पी एंडिंग ने फिल्म की आत्मा को ही छीन लिया!

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Happy Ending of ‘Raanjhanaa’ with AI : धनुष को ‘रांझणा’ के AI वाले क्लाइमैक्स पर आपत्ति, यह मेरी मर्जी के बिना हुआ!

Mumbai : सुपरस्टार धनुष ने 2013 में आई अपनी रोमांटिक ड्रामा फिल्म ‘रांझणा’ के एआई-वर्जन वाले क्लाइमैक्स की कड़ी निंदा की है। तथाकथित ‘हैप्पी एंडिंग’ वाले एआई वर्जन में क्लाइमैक्स को लेकर कुछ बदलाव किया गया है। इसे कथित तौर पर क्रिएटर्स की जानकारी या सहमति के बिना रिलीज किया गया था और इसने नई मुसीबतों को जन्म दे दिया है। निर्देशक आनंद एल राय के नक्शेकदम पर चलते हुए, एक्टर धनुष ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एआई के इस्तेमाल के बारे में बात की।

कड़े शब्दों में लिखे एक नोट में धनुष ने कहा कि एआई वाले क्लाइमेक्स के साथ ‘रांझणा’ के री-रिलीज ने मुझे पूरी तरह से परेशान कर दिया है। इस अंत ने फिल्म की आत्मा को ही छीन लिया है और संबंधित पक्षों ने मेरी स्पष्ट आपत्ति के बावजूद इसे रिलीज कर दिया। यह वह फिल्म नहीं है जिसके लिए मैंने 12 साल पहले हामी भरी थी।

मूल फ़िल्म की एंडिंग में क्या था

2013 में आई मूल फिल्म में, कुंदन (धनुष) एक रैली में भाग लेने के बाद मर जाता है। उसका अंतिम एकालाप, जो कच्चा, दर्दनाक और ईमानदार था, दर्शकों की आँखों में आँसू ला देता है। जैसा कि वह कहता है पर साला अब उठे कौन? कौन फिर से मेहनत करे दिल लगाने को, दिल टूटने को। (लेकिन अब कौन जागेगा? कौन फिर से मेहनत करके किसी से जुड़कर दिल टूटने को सहेगा) यह एकालाप उसके प्यार के दुखद और घातक स्वरूप और उसकी गिरफ्त से बाहर न निकल पाने की उसकी असमर्थता पर ज़ोर देता है।

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एआई-जनित क्लाइमेक्स में क्या 

फ़िल्म का वह पल दर्शकों को बहुत प्रभावित कर गया। क्योंकि, वह वास्तविक था, वह दुखद था। फिर भी अपनी उदासी में वह खूबसूरत था। लेकिन हाल ही में, इरोस इंटरनेशनल ने एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) द्वारा निर्मित क्लाइमेक्स जारी किया, जहाँ कुंदन मरता नहीं है। बल्कि, वह अस्पताल में उठता है और ज़ोया, मुरारी (मोहम्मद जीशान अय्यूब) और बिंदिया (स्वरा भास्कर) को आँसुओं के बीच मुस्कुराते हुए देखता है। उसके बाद बचपन की यादें ताज़ा होती हैं, बनारस की गलियों में टहलते हुए अपने बचपन से उसकी मुलाक़ात। एक ‘सुखद’ अंत।

‘रांझणा’ की एंडिंग गलत

सिनेमा के भविष्य के प्रति धनुष ने अपनी चिंता जताई। उन्होंने फिल्मों में एआई के इस्तेमाल पर कड़े नियम बनाने का आग्रह किया। उन्होंने लिखा कि फिल्मों या कला में बदलाव के लिए एआई का इस्तेमाल कला और कलाकारों, दोनों के लिए एक बेहद चिंताजनक मिसाल है। यह कहानी कहने की अखंडता और सिनेमा की विरासत के लिए खतरा है। मुझे पूरी उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी हरकतों को रोकने के लिए कड़े नियम बनाए जाएंगे।के

डायरेक्टर आनंद एल राय ने भी किया रियेक्ट

निर्देशक आनंद एल राय ने भी कड़े शब्दों वाला बयान जारी किया था, जिसमें पिछले कुछ हफ्तों को बेहद परेशान करने वाला बताया गया। उन्होंने कहा कि फिल्म को मेरी जानकारी या सहमति के बिना बदला, दोबारा पैक किया और फिर से रिलीज किया गया। यह विनाशकारी से कम नहीं है। राय ने यह भी कहा कि नई रिलीज ने फिल्म के उद्देश्य और आत्मा को छीन लिया है। उन्होंने लिखा कि बिना सहमति के किसी फिल्म की भावनात्मक विरासत को एक नकली आवरण में लपेटना क्रिएटिव नहीं है, यह हमारे द्वारा बनाई गई हर चीज के साथ एक घोर विश्वासघात है।