
Satna में चोरी के शक में युवक की बेरहमी से पिटाई, जेब से मिली सिर्फ सूखी रोटी और नमक
SATNA:मध्यप्रदेश के सतना जिले में 6 अगस्त 2025 को एक शर्मनाक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। चोरी के झूठे शक में एक गरीब युवक को जिला अस्पताल परिसर में भीड़ के सामने बेरहम तरीक़े से डंडों और लात-घूंसे से पीटा गया। पूरा घटनाक्रम अस्पताल के सबसे व्यस्त क्षेत्र में हुआ, जहां उसके साथ हुई अमानवीय सजा को हजारों लोग तमाशबीन बनकर देखते रहे, लेकिन किसी ने उसे बचाने की कोशिश तक नहीं की।
पीड़ित युवक हाल में अपने किसी परिचित के इलाज के लिए अस्पताल आया था। आरोपियों ने बिना कोई ठोस सबूत दिखाए उस पर चोरी का आरोप लगाया और उसे पकड़कर प्रैंक रुप से पड़े डंडों से मारना शुरू कर दिया। युवक बेहद कमज़ोर और दुबला-पतला था, लेकिन वह खुद को बचा नहीं पाया। मारपीट कर रहे आरोपियों का गुस्सा बढ़ता गया और वे पास पड़े डंडों से उसे मारने लगे। यह पूरी घटना किसी के मोबाइल में कैद हो गई, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

मारपीट के बाद युवक की जेब की तलाशी ली गई तो चोरी का कोई सामान नहीं मिला, केवल दो सूखी रोटियां और नमक की एक छोटी सी पुड़िया निकली। यह देखकर सभी का दिल दहल उठा। आरोपियों ने शर्मिंदगी में वहाँ से भागना बेहतर समझा। घायल युवक लहूलुहान अवस्था में खुद को संभालते हुए अस्पताल परिसर से बाहर गया।
पुलिस ने अभी तक किसी की शिकायत दर्ज नहीं की है, लेकिन घटना ने सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर कई सवाल उठा दिए हैं कि क्या भूख-प्यास से लड़ रहे गरीबों को अपराधी ठहराना उचित है?
क्या बिना जांच के किसी को इतना भयंकर संघर्ष झेलना चाहिए?
यह घटना समाज की बेइंसाफी और अमानवीयता को सामने लाती है, साथ ही यह चेतावनी भी देती है कि गरीबी और अभाव के बीच इंसानियत का मूल्य गिरता जा रहा है।
क्या हम उस समाज के हिस्से हैं जहां भूख के लिए भी अपराधी की सजा मिलती है…?





