Flag Hoisting on Waqf Properties : आजादी के जश्न में ‘मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड’ शामिल, सभी संपत्तियों पर तिरंगा फहराने के निर्देश!

जानिए, वक्फ बोर्ड के इस फैसले का मध्य प्रदेश जमीयत उलमा बोर्ड ने विरोध क्यों किया!

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Flag Hoisting on Waqf Properties : आजादी के जश्न में ‘मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड’ शामिल, सभी संपत्तियों पर तिरंगा फहराने के निर्देश!

 

Bhopal : इस बार स्वतंत्रता दिवस को मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड ने खास तरीके से मनाने का निर्णय लिया है। पहली बार प्रदेश की सभी वक्फ संपत्तियों पर तिरंगा फहराया जाएगा और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सभी जिलों को साफ-सफाई, सजावट और तैयारियों के निर्देश दिए गए, ताकि अधिक से अधिक लोग इस उत्सव में जुड़कर देशभक्ति की भावना को मजबूत कर सकें।

वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने इस बारे में एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाने के निर्देश दिए गए। इस आदेश के तहत, राज्य में स्थित वक्फ बोर्ड की सभी 15 हजार से ज़्यादा संपत्तियों पर तिरंगा फहराया जाएगा। साथ ही बोर्ड के सभी कार्यालयों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय पर्व के प्रति सम्मान व्यक्त करना और देशवासियों को स्वतंत्रता की वर्षगांठ की शुभकामनाएं देना है।

बोर्ड के अध्यक्ष ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा कि स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर वक्फ बोर्ड की सभी संपत्तियों पर ध्वजारोहण किया जाएगा और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी जाएंगी। इसके साथ ही, वक्फ बोर्ड के सभी कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

निर्देश में ‘संभव’ शब्द पर आपत्ति

वक्फ बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष सनवर पटेल ने जो एडवाइजरी जारी की, उसमें लिखा है ‘जहां संभव हो वहां ध्वजारोहण किया जाए।’ इस एडवाइजरी में ‘संभव’ शब्द को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि, इसका मतलब यह भी निकाला जा रहा कि कुछ स्थानों पर झंडारोहण नहीं किया जाएगा।

वक्फ की एडवाइजरी का विरोध

वक्फ बोर्ड के इस फैसले का मध्य प्रदेश जमीयत उलमा बोर्ड ने विरोध किया। बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद कलीम ने कहा कि मदरसों में तिरंगा फहराने में कोई आपत्ति नहीं है, यह संभव भी है। लेकिन, जिस मस्जिदों में मदरसे चल रहे हैं वहां झंडारोहण संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मस्जिदें इबादतगाह हैं और वहां धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ राष्ट्रीय कार्यक्रम की जगह अन्य सार्वजनिक स्थल हो सकते हैं।