बिछड़े हीरा और पन्ना, कहानी दो बाघों की जिनका नाम है हीरा और पन्ना

कई सालों से साथ रहकर पर्यटकों को कर रहे थे रोमांचित

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पन्ना से राजेश चौरसिया की विशेष रिपोर्ट

Panna MP- वैसे तो मध्यप्रदेश का पन्ना जिला मंदिरों और हीरों के लिए देश-दुनिया मे जाना जाता है। लेकिन आज हम बात पन्ना में मिलने वाले बेशकीमती हीरों की नही बल्कि पन्ना टाइगर रिजर्व के दो ऐसे बाघो की कर रहे है। जिनका नाम हीरा और पंन्ना है। एक समय था जब ये दोनों यार पर्यटकों को खूब लुभा रहे थे और उनकी स्थिति यह हो गई थी कि वह एक दूसरे के बिना रह भी नहीं सकते थे लेकिन अब हीरा और पन्ना साथ-साथ नहीं है हीरा से पन्ना बिछड़ गया है और टाइगर रिजर्व की सीमा छोड़कर चला गया है ऐसे में प्रबंधन को भी चिंता सता रही है कि अब हीरा पन्ना के बगैर कैसे रह सकता है यह दो बाघों की कहानी है जिनमें से एक बाघ अपने साथी बाघ के चले जाने से अब उदास हैं।

देखें इस रिपोर्ट में…

तस्वीर में दिख रहे यह दो बाघ जिगरी दोस्त ही नहीं यह हरदम साथ रहने वाले थे और साथ-साथ रहते थे यह पहला मौका है जब दो मेल टाइगर साथ साथ रहे हो और लोगों ने इनका नाम भी हीरा और पन्ना रखा था क्योंकि हीरा पन्ना के बगैर नहीं रह सकता और पन्ना हीरा के बगैर नहीं रह सकता लेकिन अब यह बाघ में से हीरा पन्ना को छोड़कर चला गया है। इन दोनों बाघों ने बफर क्षेत्र अकोला में अपना रहवास बना लिया था। शांत स्वभाव की यह दोनों बाघ हमेशा एक दूसरे की अठखेलियां करते नजर आते थे। पर्यटकों को भी खूब लुभाते थे लेकिन अब हीरा पन्ना को छोड़कर चला गया है और उसने पन्ना की सीमा को छोड़ सतना जिले की सीमा पर पहुंच गया है।

 

दरअसल यह सेटेलाइट रेडियो कॉलर बाघ हैं जिससे पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों को जानकारी लगी है। हालांकि कुछ दिन पहले तक अठखेलियां करने वाले यह हीरा और पन्ना दोनों भाइयों की तरह रहते थे लेकिन हीरा के बिछड़ जाने से पन्ना अब उदास रहने लगा है और यह उदासी टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों को भी समझ में आ रही है। लेकिन वह इसे प्रकृति का नियम कहकर बात को टाल रहे हैं। हालांकि पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन के द्वारा दोनों  बाघों के मूवमेंट पर सतत निगरानी रखी जा रही है।

देखिये वीडियो: क्या कह रहे हैं, उत्तम कुमार शर्मा (फील्ड डायरेक्टर पन्ना टाइगर रिजर्व)-