
Favor of Removing Sarafa Chowpaty : 13 व्यापारिक संगठन सराफा चौपाटी हटाने के पक्ष में एकजुट, महापौर इससे असहमत!
1 सितंबर को तय होगा 120 दुकानों का भविष्य, ये हटेंगी या बचेंगी!
Indore : सराफा चौपाटी को पूरी तरह हटाने के लिए सराफा व्यापारियों के साथ 13 अन्य संगठन भी आ गए। सराफा व्यापारी एसोसिएशन के बसंत सोनी ने बताया कि ये सभी व्यापारिक संगठन सराफा चौपाटी को पूरी तरह हटाने के लिए साथ आ गए हैं। सभी मिलकर रणनीति बना रहे हैं। वे नहीं चाहते कि परंपरागत 80 व्यंजनों की दुकानें भी यहां रहे। जबकि, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्पष्ट किया कि सराफा चौपाटी तो वहां रहेगी, मुद्दा सिर्फ सुरक्षा का है।

बसंत सोनी ने कहा कि सराफा का कारोबार धीरे-धीरे शहर के अन्य क्षेत्रों में शिफ्ट हो रहा है, जिससे भविष्य में सराफा को पहचान का संगठन हो जाएगा। इसे बचाना आवश्यक है। सोमवार को एसोसिएशन के सदस्य उन व्यापारियों से भी मिले, जिन्होंने चौपाटी वालों को दुकान संचालन के लिए जगह दी है। एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि सराफा की पहचान सोना-चांदी की बिक्री से है न कि सराफा चौपाटी से। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि एमजी रोड की तरह सराफा कारोबार भी रात 10-11 बजे तक चले। इस मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा की सराफा चौपाटी तो सराफा में ही रहेगी, हटेगी नहीं। मैंने वहां के व्यापारिक संगठनों को सिर्फ सुरक्षा के मुद्दे पर बातचीत के लिए बुलाया है।
1 सितंबर से 120 अवैध दुकानें शिफ्ट की जाएंगी
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए बनी समिति ने चौपाटी में 80 परंपरागत दुकानों के संचालन की ही अनुशंसा की है। इसके बाद एमआईसी ने इस प्रस्ताव को पास कर दिया है और 1 सितंबर से सिर्फ 80 दुकानों को ही लगाने की अनुमति रहेगी। उधर, चौपाटी संचालक एसोसिएशन के राम गुप्ता ने बताया कि 1930 से यहां चौपाटी लग रही है। सराफा व्यापारियों ने ही हमें जगह दी थी। अगर उन्हें कोई शिकायत है तो हम हमारी कमियां दूर करने की कोशिश करेंगे। वे जैसा कहेंगे, हम वैसा ही करेंगे।





