मोदी-शाह को भा गया, ‘मोहन-अनुराग’ राग …

354

मोदी-शाह को भा गया, ‘मोहन-अनुराग’ राग …

कौशल किशोर चतुर्वेदी

काफी कयासों के बाद आखिर वही हुआ जो मोदी-शाह के मन में था। पहली बार सीधे एक साल के एक्सटेंशन के बाद अनुराग जैन ने यह साबित कर दिया है कि आज भी उनकी पीएमओ में अच्छी दखल है और वह मोदी-शाह दोनों की ही पहली पसंद हैं। पसंद की वजह भी खास है कि अनुराग में वह सब राग समाए हुए हैं जिन्हें सुनकर न केवल मोदी-शाह बल्कि सभी का मन प्रसन्न हो जाता है। इसीलिए अनुराग जैन को सीधे एक साल का एक्सटेंशन देकर मोदी-शाह ने यह जता दिया है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उनकी पसंद हैं और यादव का साथ देने के लिए उन्हें अनुराग की बराबरी पर कोई नजर नहीं आता। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी यह जता दिया है कि उनके मन में सबके प्रति अनुराग है। इसकी अभिव्यक्ति कब करनी है यह वह भली भांति जानते हैं। और एक साल में अगर किसी को भी यह गलतफहमी हुई हो कि ‘मोहन-अनुराग’ के बीच खटास है तो निश्चित तौर पर अनुराग जैन को मिला एक साल का एक्सटेंशन उन सभी को आइना दिखा रहा है। और फैसला यह भी बयां कर रहा है कि अब मध्यप्रदेशवासी गलतफहमी करना छोड़ दें, खासतौर से तब तक, जब तक कि डॉ. मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं।

कहां जा रहा है कि अफसरों के बॉस अनुराग जैन के लिए सीधे पीएमओ से फोन आया और कुछ घंटों में ही एमपी का इतिहास मोहन-अनुराग के साथ बात करता नजर आ रहा था। मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन अब अगस्त 2026 तक मुख्य सचिव रहेंगे। एमपी के इतिहास में पहली बार किसी मुख्य सचिव को इकट्ठे एक साल का एक्सटेंशन मिला है।

मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से इसको लेकर चर्चाएं हो रही थीं कि मुख्य सचिव अनुराग जैन को एक्सटेंशन मिलेगा या नहीं। 28 अगस्त 2025 को इन अटकलों पर विराम लग गया। मुख्य सचिव अनुराग जैन को एक साल का एक्सटेंशन मिला है। यह मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी मुख्य सचिव को इकट्ठे एक साल का एक्सटेंशन मिला है। इससे साबित हो गया कि सीएस अनुराग जैन वास्तव में दिल्ली के खास हैं। अनुराग जैन 31 अगस्त 2025 को रिटायर होने वाले थे, तो अब फिलहाल 2026 अगस्त तक मध्य प्रदेश में वह बने रहेंगे। और यह भी संभव है कि रिटायरमेंट के पहले ही उन्हें एक साल का एक्सटेंशन और दे दिया जाएगा। फिलहाल एक साल के लिए केंद्रीय कार्मिक प्रशिक्षण मंत्रालय ने आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्य सचिव के लिए इस बार डॉ. राजेश राजौरा, अशोक बर्णवाल, अलका उपाध्याय सहित कई अपर मुख्य सचिव स्तर के अफसर इंतजार कर रहे थे। और यदि कहा जाए तो ‘समय’ राजेश राजौरा की कठिन परीक्षा ले रहा है। लगता यह भी है कि राजेश राजौरा को सरकार के यह फैसले पहले ही मालूम थे और इसीलिए वह पांचवा माला छोड़कर अपने काम में पहले से ही लीन हो गए थे। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में इकबाल सिंह बैंस को केंद्र सरकार ने दो बार एक्सटेंशन दिया था। उन्हें 6-6 महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। जिससे वह 2022 में रिटायर होने के बाद नवम्बर 2023 तक सेवा में रहे। इसके बाद वीरा राणा तो मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्हें भी 6 महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। जिसके बाद वह 30 सितम्बर 2024 को रिटायर हुई थीं।

मुख्य सचिव अनुराग जैन की छवि साफ सुथरी है। साथ ही काम को समय पर डिलीवर करने के कारण वह बेस्ट परफार्मर माने जाते हैं। मुख्य सचिव अनुराग जैन 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। मूल रूप से वह ग्वालियर के रहने वाले हैं। एमपी के मुख्य सचिव बनने से पहले वह केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय में सचिव थे। साथ ही लंबे समय तक पीएमओ में काम किया है। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया है। साथ ही यूएसए स्थित मैक्सवेल यूनिवर्सिटी से एमए किया है। वहीं इनकी गिनती पीएम मोदी के खास अफसरों में होती है। अनुराग जैन पीएमओ में संयुक्त सचिव के तौर पर 2015 में तैनात रहे हैं। इनके पास सभी मंत्रालयों से समन्वय की जिम्मेदारी थी। काम से इन्होंने पीएमओ में अच्छी छाप छोड़ी थी। यही वजह है कि पीएम मोदी के फेवरेट लिस्ट में हैं। वहीं, सड़क परिवहन मंत्रालय में रहने के दौरान भी इन्हें कई प्रोजेक्टस को गति दी है। इसमें सबसे अहम पीएम गति शक्ति परियोजना है। इनके काम की वजह से दिल्ली में इन्हें लोग हाईवे मैन भी कहते हैं।

अनुराग जैन हमेशा सादगीपूर्ण रहते हैं लेकिन काम को लेकर पूरे समय एक्टिव रहते हैं। एमपी में काम करने का उनका लंबा अनुभव है। यही उम्मीद है कि ‘मोहन-अनुराग’ राग मध्य प्रदेश की 9 करोड़ आबादी को फीलगुड कराएगा और मध्य प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाने का गौरव दिलाएगा…।