
Big IAS Reshuffle is in Offing: MP में इस सप्ताह आ सकती है बहुप्रतीक्षित IAS अधिकारियों की तबादला सूची, CM और CS के बीच हुआ मंथन
सुरेश तिवारी की विशेष रिपोर्ट
भोपाल: Big IAS Reshuffle is in Offing: MP में इस सप्ताह में कभी भी बहुप्रतीक्षित IAS अधिकारियों के तबादला आदेश जारी हो सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध में CM और CS के बीच मंथन हो चुका है और अब कभी भी यह सूची जारी हो सकती है। इस सूची में 2010 बैच के IAS अधिकारियों को सुपर टाइम स्केल वाली महत्वपूर्ण पदस्थापना भी मिल सकती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह सूची काफी पहले से बनी हुई है और मुख्य सचिव की पदस्थापना के फैसले के कारण रुकी हुई थी। अब चूंकि मुख्य सचिव अनुराग जैन को 1 साल के लिए एक्सटेंशन मिल चुका है और वे आज से अपनी नई पारी शुरू कर रहे हैं, इसलिए वल्लभ भवन के गलियारों में चर्चा है कि इस सूची को जारी करने में अब विलंब नहीं होना चाहिए।

अपर मुख्य सचिव गृह जेएन कंसोटिया कल रिटायर हो चुके हैं। उनके स्थान पर नए ACS गृह की पदस्थापना की जाना है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनुपम राजन या संजय शुक्ला अपर मुख्य सचिव गृह बन सकते हैं। चर्चा यह भी है कि जिन्हें भी अब गृह विभाग का दायित्व सौंपा जाएगा उन्हें अब गृह के साथ-साथ परिवहन और जेल विभाग का दायित्व भी मिलने की चर्चा है। इसी के साथ मंत्रालय में कुछ और भी फेरबदल हो सकते हैं। अपर मुख्य सचिव GAD संजय शुक्ला को यहां पदस्थ हुए अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है लेकिन वे भी प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें गृह, परिवहन और जेल जैसे महत्वपूर्ण विभागों का दायित्व सौंपा सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ कारपोरेशन के प्रबंध संचालक और कुछ विभाग प्रमुख भी बदले जा सकते हैं। सूची में तीन कमिश्नर और 10 जिलों के लिए नए कलेक्टर के नाम सामने आ सकते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2010 बैच के अधिकारियों को हालांकि तीन-चार माह बाद सुपर टाइम स्केल मिलेगा लेकिन उनकी पदस्थापना उसी के अनुरूप अभी से की जा सकती है। इनमें प्रमुख रूप से इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह का नाम है। पिछले कई दिनों से चल रही चर्चा के अनुसार उन्हें उज्जैन का कमिश्नर बनाया जाना लगभग तय माना जा रहा है। बता दे कि उज्जैन संभाग के कमिश्नर का पद पिछले एक माह से रिक्त है।
इंदौर और भोपाल कलेक्टर पद के लिए भी कई नाम सामने आ रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से सतना और हरदा के कलेक्टर रहे अनुराग वर्मा,उज्जैन कलेक्टर रहे नीरज कुमार सिंह, सागर कलेक्टर रहे दीपक आर्य, राजगढ़ के कलेक्टर गिरीश मिश्रा और आगर मालवा के कलेक्टर राघवेंद्र सिंह का नाम चर्चा में आ रहा है।
सूत्रों की जानकारी पर अगर भरोसा किया जाए तो 2010 बैच के अधिकारी भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह, जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना और छिंदवाड़ा के कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को भी सुपर टाइम स्केल के अनुसार महत्वपूर्ण पदों पर पदस्थ किया जा सकता है। बताया गया है कि दीपक सक्सेना को किसी संभाग का कमिश्नर बनाया जा सकता है। धार के कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को जबलपुर का कलेक्टर बनाने की चर्चा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन जिलों के कलेक्टर को बदला जा रहा है जिनका परफॉर्मेंस सरकार को पुअर दिखाई दे रहा है या जिनकी लगातार शिकायत आ रही है।
जिन कलेक्टरों को बदलने की चर्चा है उनमें मुरैना से अंकित अस्थाना, हिमांशु चंद्र नीमच, राघवेंद्र सिंह आगर मालवा, सिंगरौली चंद्रशेखर शुक्ला, रीवा प्रतिभा पाल, शिवपुरी रविंद्र कुमार चौधरी, अभय बेडेकर अलीराजपुर, सोनिया मीणा नर्मदापुरम, शीलेंद्र सिंह छिंदवाड़ा, प्रियंक मिश्रा धार और डिंडोरी कलेक्टर नेहा मारव्या शामिल है। यह भी पता चला है कि कुछ जिलों के कलेक्टरों, जिनका परफॉर्मेंस अच्छा बताया जाता है, को बड़े जिलों की कमान सौंपी जा सकती है। इसी संदर्भ में यह देखना दिलचस्प होगा कि भिंड के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, जिनकी हाल ही में वहां के भाजपा विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा से भिड़ंत हुई है, सरकार उन्हें वहां लगातार रखेगी या हटाएगी। चर्चा यह भी है कि संजीव श्रीवास्तव को किसी अन्य जिले के कलेक्टर की कमान सौंपी जा सकती है।
शिवपुरी के कलेक्टर रविंद्र चौधरी को मुरैना का कलेक्टर बनाया जा सकता है। चौधरी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का विश्वसनीय अधिकारी माना जाता है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि यह बहुप्रतीक्षित सूची अब कब तक सामने आती है!





