
पात्र हितग्राही को लाभ न देने पर CMHO देवास सहित 5 पर हुई कार्यवाही, CM हेल्पलाइन से प्राप्त हुई थी शिकायत
देवास : जननी सुरक्षा योजना एवं मुख्यमंत्री श्रमिक मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना के पात्र हितग्राही को भुगतान न करने एवं वरिष्ठ कार्यालय को लगातार गुमराह करने पर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की गई है। जांच के दौरान मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी देवास सहित 5 अन्य कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है।
इस मामले की शिकायत सी एम हेल्पलाइन में की गई थी। शिकायत में ये सामने आया था कि देवास जिला अस्पताल में प्रसव उपरांत महिला को जननी सुरक्षा योजना एवं मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना का भुगतान किया जाना था। जिला चिकित्सालय में पदस्थ आउटसोर्स कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा अनमोल पोर्टल पर महिला की गलत प्रविष्टि की गई, इस कारण वह भुगतान हेतु पात्र प्रदर्शित नहीं हो रही थी।
राज्य कार्यालय के संज्ञान में इस प्रकरण के आने के बाद विस्तृत जांच के उपरांत जिला चिकित्सालय की लापरवाही सामने आने पर महिला को रोगी कल्याण समिति से भुगतान करने के निर्देश दिए गए थे , किंतु स्थानीय स्तर पर गलत यू टी आर नंबर से भुगतान दर्शाकर भ्रमित करने का प्रयास किया गया । साथ ही महिला के श्रमिक होने के बावजूद उसके दो से अधिक बच्चे बताकर श्रमिक सेवा का भुगतान भी नहीं किया गया, जबकि महिला की पहली डिलीवरी हुई थी।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर देवास द्वारा मामले की विस्तार से जांच की गई और पाया गया कि जिला चिकित्सालय द्वारा प्रकरण में गंभीर लापरवाही बढ़ती गई है।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रत्येक पात्र हितग्राही तक पात्रता के अनुरूप लाभ पहुंचने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। हितग्राहियों को पात्रता के बावजूद लाभ न मिलने पर सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायत करने की सुविधा भी दी गई है। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा समाधान ऑनलाइन के माध्यम से ऐसे प्रकरणों की स्वयं समीक्षा की जाती है ताकि लापरवाही पाए जाने पर संबंधितों के विरुद्ध कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जा सके।
इस मामले में तत्कालीन सिविल सर्जन एवं वर्तमान देवास सीएमएचओ डॉ सरोजिनी जेम्स की वेतन वृद्धि रोकने हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सहायक अस्पताल प्रबंधक प्रमोद गुणवान की दो वेतन वृद्धि रोकने, जिला कार्यक्रम प्रबंधक कामाक्षी दुबे एवं संविदा लेखापाल डिंपल बघेल को कारण बताओं नोटिस जारी कर वेतन कटौती की गई है। बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता अजय पांडे का निलंबन एवं तत्कालीन संविदा लेखपाल शारदा सूर्यवंशी व कंप्यूटर ऑपरेटर धर्मेंद्र राजोरिया की सेवाएं समाप्त की गई है।





