Deputy Commissioner Suspended: जेल में बंद डिप्टी कमिश्नर निलंबित, करोड़ों के फर्जी टेंडर घोटाले में सरकार की बड़ी कार्रवाई

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Deputy Commissioner Suspended: जेल में बंद डिप्टी कमिश्नर निलंबित, करोड़ों के फर्जी टेंडर घोटाले में सरकार की बड़ी कार्रवाई

विनोद काशिव की रिपोर्ट

दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में करोड़ों के फर्जी टेंडर घोटाले में डिप्टी कमिश्नर आनंदजी सिंह को निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान में वे फर्जी टेंडर मामले में जेल की सजा काट रहे हैं। उन पर करोड़ों के फर्जी टेंडर घोटाले को अंजाम देने का आरोप है।

दंतेवाड़ा आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त राजू कुमार नाग ने दंतेवाड़ा सिटी कोतवाली थाने में सेवानिवृत सहायक आयुक्त केएस मसराम और सहायक आयुक्त रहे डॉ आनंज जी सिंह व क्लर्क संजय कोड़ोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कराया था।पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुये केएस मसराम और डाॅ आनंद जी सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।विभाग ने कड़ा एक्शन लेते हुये आनंद जी सिंह को अब निलंबित कर दिया है।

इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार निलंबन अवधि में उनका कार्यकाल आयुक्त आदिम जाति विभाग रायपुर रखा गया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।

इधर, इसी मामले में बाबू फरार है, जिसकी तलाश दंतेवाड़ा पुलिस लगातार कर रही है।आनंद जी सिंह पर आरोप है कि दंतेवाड़ा में सहायक आयुक्त रहने के दौरान उन्होंने करोड़ों का फर्जी टेंडर लगवाया था। इसकी शिकायत जब तत्कालीन कलेक्टर के पास पहुंची तो उन्होंने साल 2021 से लेकर 2024 तक विभाग के डीएमएफ मद से लगाए टेंडर की जांच करवाई। इस दौरान कई खुलासे सामने आये।

सहायक आयुक्त आनंद जी सिंह ने सेवानिवृत सहायक आयुक्त केएस मेसराम के कार्यकाल के दौरान 45 टेंडर फर्जी तरीके से लगवाये थे। इस घोटाले में विभाग का बाबू भी शामिल था।घोटाले की बात सामने आते ही मामले में दंतेवाड़ा सिटी कोतवाली में अपराध दर्ज कराया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुये डिप्टी कमिश्नर आनंद जी सिंह और रिटायर्ड केएस मेसराम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अब इस मामले में सरकार ने एक्शन लेते हुये जेल में बंद डिप्टी कमिश्नर को निलंबित कर दिया है।