इंदौर संभाग के कमिश्नर डॉ. खाड़े ने सिंहस्थ-2028 के विकास कार्यों की समीक्षा की

बैठक में अधिकारियों को समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश

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इंदौर संभाग के कमिश्नर डॉ. खाड़े ने सिंहस्थ-2028 के विकास कार्यों की समीक्षा की

खण्डवा: संभागायुक्त इंदौर संभाग डॉ. सुदाम खाड़े ने गुरुवार को ओंकारेश्वर में अधिकारियों की बेैठक लेकर “सिंहस्थ-2028” के लिए स्वीकृत एवं प्रस्तावित कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की।

बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंहस्थ के लिए स्वीकृत कार्य निर्धारित समय सीमा में, गुणवत्ता के निर्धारित स्तर के साथ पूर्ण किए जाएं। बैठक में लोक निर्माण विभाग, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, पर्यटन निगम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पुलिस विभाग और सेतु विकास निगम व विद्युत वितरण कंपनी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने प्रस्तावित कार्यों के बारे में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी।

बैठक में कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, एसडीएम पुनासा श्री शिवम प्रजापति और जनपद सीईओ डॉ. श्रीकृष्णा सुशिर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

संभागायुक्त डॉ. खाड़े ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंहस्थ में बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल व्यवस्था, यात्री प्रतीक्षालय, अस्थाई शौचालय, अस्थाई चिकित्सालय, नर्मदा तट पर घाट निर्माण कार्य, अतिरिक्त पहुंच मार्ग और अतिरिक्त पुल निर्माण के प्रस्ताव तैयार कर वरिष्ठ कार्यालयों से स्वीकृत करा लें।

बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री राय ने बताया कि सिंहस्थ-2028 को ध्यान में रखते हुए मांधाता थाना परिसर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्वीकृत किया गया है। इसके अलावा मांधाता थाना परिसर में पुलिसकर्मियों के लिए बैरक-आवास भी निर्मित किए जाएंगे। इनकी टेंडर प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारियों की ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट भी कोठी में सिंहस्थ मत से प्रस्तावित है।

कमिश्नर डॉ. खाड़े ने निर्देश दिए कि मोरटक्का से ओंकारेश्वर आने वाले मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बड़े-बड़े आकार के टेंट लगाकर अस्थाई यात्री प्रतीक्षालय बनाकर वहां पेयजल और अस्थाई शौचालय की व्यवस्था करने की कार्य योजना तैयार करें।

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नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए ओंकारेश्वर के आसपास कुल 8 घाटों पर विकास कार्य और घाटों के उन्नयन के कार्य स्वीकृत हुए हैं। इनमें खेड़ी घाट, गोमुख घाट, नागर घाट, नवीन घाट, संगम घाट, ब्रह्मपुरी घाट, नावघाट शामिल हैं। कमिश्नर डॉ. खाड़े ने प्रत्येक घाट पर श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग एंट्री और एग्जिट मार्ग की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि मोरटक्का से ओंकारेश्वर तक विद्युत लाइन और फीडर विस्तार का कार्य स्वीकृत हुआ है, ताकि सिंहस्थ के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि ओंकारेश्वर के शहर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सीसी रोड निर्मित किए जाना हैं। इसके साथ ही नगर परिषद द्वारा ओंकारेश्वर में सर्व सुविधायुक्त मेला क्षेत्र तैयार कराया जाएगा।

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पर्यटन निगम के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए शंकराचार्य गुफा के संरक्षण का कार्य तथा परिक्रमा पथ पर विकास कार्य स्वीकृत किए गये हैं। इसके अलावा पर्यटन विकास निगम द्वारा ममलेश्वर मंदिर में प्रस्तावित विकास कार्यों के संबंध में भी पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया। पर्यटन निगम के अधिकारियों ने बताया कि “ओंकार पर्वत” परिक्रमा पथ पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह शेड निर्माण कराया जाएगा, ताकि धूप और वर्षा के पानी से श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो। इसके साथ ही परिक्रमा पथ पर वृक्षारोपण भी प्रस्तावित है। लोक निर्माण विभाग पीआईयू के अधिकारियों ने बताया कि सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए ओंकारेश्वर में सर्किट हाउस का निर्माण स्वीकृत किया गया है। इसका निर्माण कार्य चालू हो गया है। इस सर्किट हाउस में कुल 10 कक्ष और एक सूट निर्मित किया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए लगभग 8 करोड़ रुपए की पेयजल योजना ओंकारेश्वर के लिए प्रस्तावित है। मोरटक्का से ओंकारेश्वर के बीच दो ओवरहेड टैंक का निर्माण भी किया जाएगा, ताकि रास्ते में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था हो सके।