मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। कोरोना संक्रमण काल में लंबे अरसे से प्रसिद्ध अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित रहा।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने कोरोना नियंत्रण में होने से नियमों में शिथिलता की है।
वरिष्ठ विधायक श्री यशपालसिंह सिसोदिया की उपस्थिति में शनिवार को संपन्न बैठक में कलेक्टर एवं मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष श्री गौतम सिंह ने स्पष्ट किया कि रविवार 20 फ़रवरी से गर्भगृह में श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन, जलाभिषेक और पूजन की अनुमति रहेगी।
विधायक श्री सिसोदिया ने बताया कि बड़ी संख्या में अंचल और बाहर के श्रद्धालुओं की मांग दर्शन, पूजन, जलाभिषेक की हो रही है।
आपने महाशिवरात्रि पर्व पर भी उपयुक्त व्यवस्था कराने का बताया।
कलेक्टर श्री सिंह ने स्पष्ट किया कि पशुपतिनाथ दर्शन में पवित्रता का और अधिक भीड़ से बचते हुए निर्दिष्ट अनुसार प्रवेश के निर्देश दिये।
आगामी 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर सुरक्षा, स्वास्थ्य, सफ़ाई, पेयजल, विद्युत, प्रसाद आदि के संबंध में बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये।
28 फ़रवरी से ही मंदिर परिसर में आकर्षक विद्युत सज्जा की जायेगी।
पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
यातायात प्रभारी शैलेंद्र सिंह, एसडीएम बिहारीसिंह, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के एल राठौर, सीएमओ प्रेमकुमार सुमन, समाजसेवी डॉ घनश्याम बटवाल, ब्रजेश जोशी, मंदिर प्रबंधक राहुल रुनवाल, मुख्य पुजारी पंडित कैलाश चंद्र भट्ट, भाजपा नेता अरविंद सारस्वत, अजय आसेरी, सुश्री मीना गांधी, सहित गणमान्य जन उपस्थित थे।
महाशिवरात्रि पर्व पर मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के तत्वावधान में पशुपतिनाथ सभागार में शिव आख्यान आयोजन होगा। शिव केंद्रित शास्त्रीय गायन, नृत्य, मंचन कार्यक्रम होंगे।
अरसे बाद पशुपतिनाथ दर्शन, पूजन, जलाभिषेक की अनुमति मिलने का स्वागत हुआ है। आरती मण्डल, भजन मण्डल, नियमित दर्शनार्थियों ने महाशिवरात्रि के पहले प्रबंध समिति ने अच्छा निर्णय लिया है।