
नई निगम कमिश्नर के सामने फिर वही पुरानी समस्या, अधिकारियों के फोन AI पर
भोपाल। भोपाल नगर निगम में आयी नई कमिश्नर संस्कृति जैन के सामने फिर एक पुरानी समस्या खड़ी हो गयी है और वह यह है कि शहर के तकरीबन अधिकांश अधिकारी आम जनता से लेकर पार्षदों तक के फोन नहीं उठाते हैं औरउन्होंने अपना नंबर AI पर डाल दिया है। इसमें एडीसी लेवल से लेकर छोटे अधिकारी भी हैं। ऐसे में जनता की समस्याओं से वह कैसे रूबरू होंगे यह एक बड़ा सवाल है।
परिषद की बैठक में भी उठ चुकी है यह समस्या
अधिकारियों के फोन नहीं उठाने की शिकायत कई बार निगम परिषद की बैठक में भी गहरा चुकी है और निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने आसंदी ने भी यह निर्देश दिये थे कि निगम में सभी अधिकारियों को जनता के फोन उठाने चाहिए। पर उनका पालन करने से अधिकारी बराबर कतराते रहते हैं। इससे पहले इस संबंध में तत्कालीन कमिश्नर छवि भारद्वाज ने जरूर सख्ती की थी और उसके निर्देश के बाद अगर अधिकारी फोन नहीं उठा पाते थे तो बाद में उनकी तरफ से कॉल बैक कर समस्या जरूर पूछी जाती थी पर अब ऐसा नहीं हो रहा है।
*चौहान और एकता की रिलीविंग टली*
भोपाल नगर निगम की अजब ही वर्किंग है। पहले यह माना जा रहा था कि नई कमिश्नर के आने के बाद एडीसी देवेन्द्र सिंह चौहान और उपायुक्त एकता अग्रवाल को उनकी नई जगहों पर रिलीव कर दिया जाएगा क्योंकि तीन माह पूर्व इनका तबादला किया गया था लेकिन अब कल की बैठक के बाद जिस तरह से इनको और प्रभार दिया गया था उससे यह लग रहा है कि इनकी रिलीविंग टल गयी है। पहले इन अधिकारियों को तत्कालीन कमिश्नर ने यह कह कर रिलीव नहीं किया था कि यहां पर अधिकारी नहीं है लेकिन निगम में अब तन्मय वशिष्ठ और मुकेश शर्मा के आने बाद भी इनको रिलीव नहीं किया गया है। उससे यह लगता है कि निगम में नगरीय विकास विभाग के आदेशों को ओवरलुक किया जा रहा है क्योंकि इनकी तनखा भी यहां से निकाली जा रही है जबकि नगरीय विकास ने इस पर पाबंदी लगायी थी।





