
इस मंशा पर खरे उतरते रहें मोहन कि…अपराध करने वाला कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के निर्देश पर 11 अक्टूबर 2025 को भोपाल में पुलिस द्वारा मारपीट से हुई मौत के मामले में 2 पुलिसकर्मियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। भोपाल के पिपलानी थाना क्षेत्र में डीएसपी के साले की मौत का मामला सामने आया था। आरोप था कि देर रात पार्टी के दौरान पुलिस ने युवक उदित की पिटाई की थी। इसका सीसीटीवी भी सामने आया था, घटना के बाद बेहोश हुए उदित को उसके दोस्तों ने एम्स अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सामने आया है कि मौत हार्ट अटैक से नहीं बल्कि मारपीट के बाद पेनक्रियाज में इंजरी की वजह से हुई है।
10 अक्टूबर 2025 को सिवनी एसडीओपी पूजा पांडे को 1.45 करोड़ रुपये की लूट के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई चेकिंग के दौरान जीप से हुई लूट और जब्ती में अनियमितता के चलते की गई है। इस मामले में नौ अन्य पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया है। जबलपुर एएसपी को घटना की जांच सौंपी गई है, और जब्त रकम के स्रोत की भी जांच की जा रही है। चैकिंग के दौरान जीप वाहन से 1.45 करोड़ रुपये की लूट करने संबंधी संगीन आरोपों व विधिवत जब्ती ना बनाकर संदिग्ध आचरण में लिप्त नौ पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के निलंबन के बाद 10 अक्टूबर को डीजीपी कैलाश मकवाना ने आदेश कर सिवनी एसडीओपी पूजा पांडे को निलंबित कर दिया है।
वहीं मध्यप्रदेश के मासूमों पर कहर बनकर बरपे कफ सिरप मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 9 अक्टूबर 2025 को नागपुर में कहा था कि प्रतिबंधित कफ सिरप का उपयोग किए जाने के मामले से संबंधित किसी भी दोषी को मध्यप्रदेश सरकार नहीं छोड़ेगी। अभी तमिलनाडु की दवा कंपनी के जिम्मेदार लोगों को दबोचा गया है और उनकी गिरफ्तारी हुई है। मध्यप्रदेश सरकार मानवीय और प्रशासनिक दोनों आधार पर कार्रवाई जारी रखेगी। जैसे ही तमिलनाडु सरकार की रिपोर्ट आई वैसे ही मध्यप्रदेश सरकार ने इस कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया। दवा कंपनी के मालिक को भी गिरफ्तार किया गया। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा रेंडम सैंपल लेकर आवश्यक जांच करवाई गई और छिंदवाड़ा के चिकित्सक सहित और अन्य दोषियों का निलंबन भी किया गया है और ड्रग कंट्रोलर को हटाया गया है। इसके साथ ही, जो डॉक्टर उस कंपनी की प्रतिबंधित दवा रोगियों के लिए लगातार लिख रहे है, उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है।
यह तीनों ही मामले गंभीर प्रकृति के हैं। ड्रग सिरप मामले में बच्चों की मौत ने कहर बरपाया है। तो पुलिस की पिटाई में निर्दोष छात्र की मौत में वर्दी के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। वहीं तीसरे मामले में फिर वर्दी कलंकित हुई और 3 करोड़ की हेराफेरी के मामले में एसडीओपी सहित पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगे थे।
तीनों मामलों में सरकार की कार्रवाई से यह सामने आया है कि मध्यप्रदेश में कानून के साथ खिलवाड़ करने वालों को माफी नहीं मिलेगी। इन कार्रवाइयों को मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के कड़े संदेश के रूप में देखा जा रहा है। पहला संदेश यही है कि कानून सबके लिए बराबर है। दूसरा संदेश यह है कि अपराध करने वाला कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा। तीसरा संदेश यह है कि कार्रवाई का आधार भी पुख्ता रहेगा। तीनों ही मामलों में जांच के बाद आरोपियों की संलिप्तता उजागर हुई है। तीनों ही मामलों में विपक्ष ने भी मुखर होकर अपनी बात सामने रखी है। सरकार की इन कार्रवाइयों को त्वरित एवं कानूनसम्मत माना जा सकता है। और आगे भी यह उम्मीद की जा सकती है कि सरकार की यह कड़ी कार्रवाइयां जारी रहेंगी। फिर यही उम्मीद कि मोहन अपनी इस मंशा पर खरे उतरते रहें कि…अपराध करने वाला कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा…। तब ही अपराधियों के मन में यह खौफ पैदा होगा कि कानून नहीं तोड़ना है और जिम्मेदारों के मन में भी तब ही यह भय पैदा होगा कि कानून नहीं तोड़ना है… और साथ में ही जिम्मेदारों के मन में यह भाव भी पैदा होगा कि ऐसी कोई चूक नहीं करनी है ताकि कोई कानून के साथ खिलवाड़ करने का दुस्साहस कर सके। और तब ही विपक्ष और मध्यप्रदेश की 9 करोड़ आबादी आश्वस्त होगी कि मध्यप्रदेश सुरक्षित है और सुरक्षित हाथों में है…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।





