
गोवा के कृषि मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक का हृदयाघात से निधन: पीएम मोदी और सीएम सावंत ने जताया शोक
Panaji : गोवा के वरिष्ठ राजनेता, राज्य के कृषि मंत्री और दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री रवि सियाराम नाइक का 79 वर्ष की आयु में हृदयाघात से निधन हो गया। देर रात उन्हें पोंडा स्थित उनके निवास पर हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उनके निधन की पुष्टि उनके परिवार ने की है। गोवा सरकार ने राजकीय शोक की घोषणा करते हुए कहा है कि दिवंगत नेता के सम्मान में राज्य में सरकारी कार्यालयों में झंडे आधे झुकाए जाएंगे।
*चार दशक का लंबा राजनीतिक सफर*
रवि नाइक का नाम गोवा की राजनीति में कद्दावर नेताओं में गिना जाता है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1980 के दशक में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से की थी। इसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हुए और दो बार गोवा के मुख्यमंत्री बने-
1- पहली बार 25 जनवरी 1991 से 18 मई 1993 तक
2- दूसरी बार 2 अप्रैल से 8 अप्रैल 1994 तक
नाइक सात बार विधायक रहे, जिनमें से छह बार उन्होंने पोंडा सीट से चुनाव जीता। उन्होंने 1998 में उत्तर गोवा से लोकसभा सांसद के रूप में भी कार्य किया।
हाल के वर्षों में वे भाजपा में शामिल हुए और वर्तमान प्रमोद सावंत सरकार में कृषि, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के रूप में कार्यरत थे।
उनके बेटे रॉय नाइक भी राजनीति में सक्रिय हैं और गोवा विधानसभा में विधायक हैं।
*पीएम मोदी और सीएम सावंत ने दी श्रद्धांजलि*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवि नाइक के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, शोक संदेश में उन्होंने लिखा-
“गोवा सरकार में मंत्री श्री रवि नाइक जी के निधन से दुखी हूं। उन्हें एक अनुभवी प्रशासक और समर्पित लोक सेवक के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने गोवा के विकास पथ को समृद्ध बनाया। वे विशेष रूप से वंचितों और हाशिए पर पड़े लोगों के सशक्तिकरण के लिए समर्पित थे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति।”
गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा-
“रवि नाइक जी एक विनम्र, कर्मठ और जनता के सच्चे प्रतिनिधि थे। उन्होंने गोवा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके निधन से राजनीति में एक युग का अंत हो गया है।”
*जनसेवा और विकास के प्रतीक*
रवि नाइक को गोवा में कृषि सुधारों, ग्रामीण विकास और शिक्षा प्रसार के लिए जाना जाता था। वे किसानों की आय बढ़ाने और स्थानीय उत्पादों के ब्रांडिंग को लेकर हमेशा सक्रिय रहे।
अपने विनम्र स्वभाव और संतुलित राजनीति के कारण उन्हें सभी दलों में समान सम्मान प्राप्त था।
*अंतिम संस्कार आज दोपहर*
उनका पार्थिव शरीर खदपाबंध (पोंडा) स्थित उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है।
दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। हजारों कार्यकर्ता, समर्थक और नागरिक उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे हैं।





