
Cyber security और Traffic Awareness का संगम : Alirajpur Police की अनूठी पहल
ALIRAJPUR: राष्ट्रीय सायबर सुरक्षा जागरूकता माह (NCSAM-2025) के अंतर्गत अलीराजपुर पुलिस द्वारा पी.जी. कॉलेज ऑडिटोरियम, आलीराजपुर में एक विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को सायबर सुरक्षा और यातायात नियमों की जानकारी एक साथ देकर यह बताया गया कि “सुरक्षा” केवल सड़क की नहीं, बल्कि डिजिटल दुनिया की भी उतनी ही जरूरी है।
यह आयोजन पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह के नेतृत्व में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप पटेल के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य था- युवाओं को बदलते डिजिटल युग में ऑनलाइन ठगी, फेक लिंक, ओटीपी शेयरिंग, बैंकिंग फ्रॉड और पहचान की चोरी जैसे अपराधों से बचाने के साथ-साथ सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन सुनिश्चित करना।

सायबर सेल टीम से प्रधान आरक्षक दिलीप चौहान और आरक्षक राहुल (आर.42) ने छात्रों से संवाद करते हुए विस्तार से समझाया कि कैसे एक गलत क्लिक या अंजाने में साझा किया गया ओटीपी आर्थिक और व्यक्तिगत नुकसान का कारण बन सकता है।
इसी दौरान यातायात थाना से सहायक उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र सोमवंशी ने ट्रैफिक सिग्नल, हेलमेट, सीट बेल्ट, स्पीड लिमिट और मोबाइल पर बात न करने जैसे नियमों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सड़क पर लापरवाही सिर्फ खुद के नहीं, बल्कि दूसरों के जीवन के लिए भी खतरा है।
*सायबर अलर्ट रहने के लिए सलाह_*
-किसी भी संदिग्ध लिंक, कॉल या मेसेज पर क्लिक न करें।
-अपनी बैंक डिटेल या ओटीपी कभी साझा न करें।
किसी ठगी की आशंका हो तो तुरंत शिकायत करें: www.cybercrime.gov.in
📞 राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर: 1930

*यातायात सुरक्षा के प्रमुख संदेश*-
“सीट बेल्ट और हेलमेट सिर्फ नियम नहीं, जीवन रक्षा कवच हैं।”
“नशे में ड्राइविंग और ओवरस्पीडिंग नहीं, जिम्मेदार ड्राइविंग अपनाएं।”
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने “डिजिटल जिम्मेदारी और सुरक्षित ड्राइविंग” की शपथ ली।
पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह ने कहा कि- “आज की पीढ़ी डिजिटल दुनिया में सबसे अधिक सक्रिय है। अगर वही सतर्क और जागरूक होगी, तो न सायबर अपराध पनपेंगे और न सड़क दुर्घटनाएं बढ़ेंगी।”
इस अवसर पर कॉलेज के प्राध्यापकगण, छात्र-छात्राएं और पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम को विद्यार्थियों ने न केवल शिक्षाप्रद बल्कि प्रेरणादायक भी बताया।
यह पहल सिर्फ जानकारी नहीं, बल्कि एक संवेदनशील नागरिकता की शुरुआत है, जहां युवा “डिजिटल और ड्राइविंग दोनों में जिम्मेदार” बनें, यही आलीराजपुर पुलिस का असली उद्देश्य है।





