Bihar Election 2025: बीजेपी की रणनीति और नीतीश कुमार!

भाजपा ने चुनावी बिसात इस तरह बिछाई है कि उसके लिए मुख्यमंत्री पद हासिल करना आसान होगा!

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Bihar Election 2025: बीजेपी की रणनीति और नीतीश कुमार!

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी समीकरण में भाजपा की रणनीति साफ नजर आ रही है। विशेषज्ञों के अनुसार भाजपा ने चुनावी बिसात इस तरह बिछाई है कि उसके लिए मुख्यमंत्री पद हासिल करना आसान हो सके, जबकि जेडीयू और नीतीश कुमार की स्थिति चुनौतीपूर्ण बनती जा रही है।

विश्लेषकों के अनुसार, चुनावी गठबंधन और सीट बंटवारे के मसले में भाजपा ने नीतीश कुमार की राजनीतिक पकड़ को कमजोर किया है। पार्टनर दलों, जैसे जीतन राम मांझी की पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की एलजेपी, को इस तरह सीमित किया गया है कि वे केवल कुछ ही सीटों पर सफलता हासिल कर सकें।

संजय झा और अन्य रणनीतिक सलाहकारों के माध्यम से भाजपा ने जेडीयू में अपनी पैठ मजबूत कर ली है। उम्मीदवार चयन में भी भाजपा की भूमिका होने की संभावना जताई जा रही है। इसका मतलब यह है कि चुनाव परिणाम आने के बाद जेडीयू भाजपा के इशारे के अनुसार कार्य करेगी।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार की स्थिति कमजोर हो सकती है। जेडीयू के कई सांसद पहले ही भाजपा के संपर्क में आ चुके हैं, जिससे पार्टी के भीतर उनके प्रभाव में कमी आई है। केंद्रीय स्तर पर भी नीतीश की भूमिका सीमित दिख रही है।

चिराग पासवान की एलजेपी को दी गई 29 सीटों में कुछ उम्मीदवार भाजपा के होंगे, जिससे चुनावी गठबंधन में संतुलन भाजपा के पक्ष में रहेगा। चुनाव के बाद संभावित गठबंधन समीकरण जेडीयू के नेतृत्व के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।

राजनीतिक विशेषज्ञ इसे बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ मान रहे हैं। हालांकि, यह कहना जल्दबाजी होगी कि नीतीश कुमार की राजनीतिक स्थिति खतरे में है, लेकिन उनकी पैंतरेबाज़ी-क्षमता इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।