
टीकमगढ़ में बिना भीड़ के बट रही खाद, सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को बट रहे टोकन
भोपाल: प्रदेश के अन्य जिलों में जहाँ खाद को लेकर मारामारी है और कानून व्यवस्था की घटनाएं सुनने में आ रही है वही टीकमगढ़ जिले में किसानों को उर्वरक वितरण बिना भीड़ भाड़ के किया जा रहा है। यहां के किसानों की खुशी के साथ इसे एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।
टीकमगढ़ जिले में खाद वितरण की पुख्ता व्यवस्था बनाने के लिए पहले चरण में किसान संगठनों और जनप्रतिनिधियों के साथ लगातार बैठकें कर जिले में उपलब्ध खाद का आकलन किया गया और सोसाइटीवार टोकन वितरण का निर्णय लिया गया। दूसरे चरण में 17 से 19 अक्टूबर तक कुल 63 सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को टोकन वितरित किए गए। समिति किसानो को पहचानती हैं इसलिए पड़ोस के राज्यो के बिचौलियों कला बाजारियों से मुक्ति मिली। खाद भंडारण की तारीख, समय, किसानों के नाम जैसी हर एक सूचना को सोशल मीडिया से किसानो तक पहुंचाया गया।
इसके बाद तीसरे चरण में 22 अक्टूबर से 7 विपणन केंद्रों पर खाद वितरण कार्य शुरू किया गया। क्योंकि प्रत्येक सोसाइटी के किसानों की संख्या और उनकी आवश्यकता का पहले से आकलन कर लिया गया था, इसलिए वितरण के पहले दिन कहीं भी लंबी कतारें या अव्यवस्था नहीं रही। किसानों को अधिकतम आधे घंटे में ही खाद मिल रही है ।
जिले के सभी खाद वितरण केंद्रों पर किसानों के लिए पानी, चाय, नाश्ता, छाया और बैठने की व्यवस्था की गई है। कई स्थानों पर किसानों का तिलक लगाकर स्वागत भी किया गया। कुल मिलाकर, पूरे जिले में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सम्मिलित प्रयासों से किसान संतुष्ट हैं और शासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना कर रहे हैं।





