मध्यप्रदेश की सियासत, समाज और संवेदनाओं के बीच – कीर्ति राणा की कही-सुनी में छिपे सच

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मध्यप्रदेश की सियासत, समाज और संवेदनाओं के बीच – कीर्ति राणा की कही-सुनी में छिपे सच

वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा की नवीनतम “कही-सुनी” में इस बार राजनीति से लेकर समाज और प्रशासन तक के कई मुद्दों पर सटीक व चुभते सवाल हैं। भील समाज को भाजपा संगठन में प्रतिनिधित्व न मिलना, किसानों के मुआवजे की वापसी से उपजा असंतोष, तकनीकी चूक से करोड़पति बने स्कूल संचालक, मंडी बोर्ड पर सरकारी दबाव, और पुलिस कर्मियों की विवादित टिप्पणियां – सब कुछ इस कॉलम में है। यह सिर्फ समाचार नहीं, बल्कि संवेदनशील और सजग दृष्टि से प्रदेश की नब्ज़ पर रखी उंगली है।

*कही-सुनी / कीर्ति राणा*

🔹 *भील समाज को भूले खंडेलवाल !* 

टंट्या मामा के नाम पर कॉलेज, मूर्ति स्थापना सहित योजनाएं संचालित करने वाली सरकार के मंत्रियों को जवाब देते नहीं बन रहा है कि भाजपा की नई प्रदेश कार्यसमिति में भील समाज को किसी पद लायक क्यों नहीं समझा गया। मप्र में भील समाज 22 फीसदी है। 2018 में छह आदिवासी सीटों पर कहीं भी भाजपा नहीं जीती थी। 2023 के लोकसभा चुनाव में भी इन सीटों पर भाजपा की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। मप्र भाजपा कार्यसमिति की घोषणा तो हुई लेकिन प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल इस समाज को प्रतिनिधित्व देना भूल गए। भील लैंड की मांग उठाने वाली बाप पार्टी (भारतीय आदिवासी पार्टी) को बैठे ठाले मुद्दा हाथ लग गया है। अभा भील महासंघ के लक्ष्मण बारिया, कैलाश नेनामा जैसे नेता तो भाजपा के इस रवैये को लेकर अपनी नाराजी भी जाहिर कर चुके हैं। फिर भी भील आदिवासी समाज को भरोसा है कि प्रदेश भाजपा समिति में अध्यक्ष खंडेलवाल ने एक एक पद छोड़ रखा है तो शायद नेतृत्व अपनी भूल सुधार ले।

🔹 *पल-दो पल के करोड़पति…!*

धामनोद (धार) के स्कूल संचालक-वकील विनोद डोंगले बस पल दो पल के लिए ही करोड़पति हो गए और इस दौरान उन्होंने ये प्लॉनिंग भी कर ली कि इस अकूत संपत्ति का कैसे उपयोग करना है। विनोद डोंगले के डिमैट अकाउंट में अचानक अट्ठाईस सौ सत्रह (2817) करोड़ रुपये दिखाई देने लगे, लेकिन जब डोंगले ने अपने एनजे डिमैट अकाउंट में लॉगिन किया, तो उन्होंने देखा कि उनके खाते में हर्सिल एग्रो लिमिटेड कंपनी के 1312 शेयर हैं जो प्रति शेयर 2 करोड़ 14 लाख 74 हजार रुपए की कीमत पर दर्ज थे. इस तरह कुल वैल्यू 28 अरब 17 करोड़ 41 लाख 29 हजार 408 रुपए दिख रही थी। यह सब एक टेक्निकल गड़बड़ी का परिणाम था । शेयर की वैल्यू जल्द ही अपने मूल भाव पर लौट आई।

🔹 *नगर अध्यक्ष के बाद सीधे प्रदेश महामंत्री*

भाजपा की नई कार्यसमिति में प्रदेश महामंत्री पद पर गौरव रणदिवे की नियुक्ति उसी तरह चौंकाने वाली है जैसे नगर अध्यक्ष पद पर उनके नाम की घोषणा थी। कम उम्र में महामंत्री जैसा पद रणदिवे को नगर अध्यक्ष के रूप में किए कार्यों के सर्टिफिकेट के साथ ही इंदौर में एक नये पॉवर सेंटर का शुभारंभ भी है। ऐसे में मंत्री विजयवर्गीय का यह बयान गौर करने लायक है कि “मैं जो पौधे लगाता हूं, उसे काटता नहीं हूं।” रणदिवे को महामंत्री बनाने के बाद से उत्साहित कार्यकर्ता भी तलाश रहे हैं कि इस पौधे को उन्होंने खाद-पानी कब कब दिया।

🔹 *2 लाख लखपति बने हुए थे गरीब…!*

छतरपुर में गरीबों के हिस्से का अनाज लूटने वाले रईसों की पोल खुल गई है। आयकर और जीएसटी विभाग की जांच में सामने आया है कि जिले में दो लाख से अधिक संपन्न परिवार बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) सूची में फर्जी तरीके से शामिल होकर मुफ्त राशन और सरकारी सुविधाएं ले रहे हैं। इस खुलासे के बाद जिला आपूर्ति कार्यालय ने एक्शन मोड अपनाया है। अब तक एक हजार अपात्र उपभोक्ताओं ने अपनी पात्रता पर्ची सरेंडर कर दी है। यह बड़ा फर्जीवाड़ा तब सामने आया जब आयकर और जीएसटी विभाग ने जिला आपूर्ति कार्यालय को इनपुट भेजा कि कई बीपीएल कार्डधारकों की वार्षिक आय छह लाख रुपए से अधिक है और उनमें से कई कारोबारी, सरकारी कर्मचारी, फर्म संचालक हैं।

🔹 *हमारे रुपए वापस दो !*

मंदसौर जिले में सुवासरा के किसान फसल मुआवजा राशि के नाम पर धोखाधड़ी के तनाव से गुजर रहे हैं। करीब 100 किसानों को फसलों की मुआवजा राशि लौटाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। नोटिस में कहा गया है कि रोग, कीट आदि के कारण खराब हुई फसल की मुआवजा राशि त्रुटिवश आपके खातों में डाल दी गई है। इसे तुरंत लौटाएं अन्यथा कुर्की की जाएगी। नोटिस के साथ ही कई किसानों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं जिससे किसान परेशान हो उठे हैं। सुवासरा तहसील के टोकड़ी गांव के किसानों से मुआवजा राशि तुरंत वापस करने को कहा गया है। प्रशासन का कहना है कि तकनीकी त्रुटि के कारण ऐसा हुआ है।

🔹 *अब श्रीधरन इलाहाबाद हाईकोर्ट जाएंगे*

मप्र हाईकोर्ट के प्रशासनिक जस्टिस अतुल श्रीधरन का ट्रांसफर इलाहाबाद हाईकोर्ट में कर दिया गया है। अगले सप्ताह औपचारिक विदाई समारोह होगा। बता दें जस्टिस श्रीधरन ने दमोह में कुशवाहा समाज के परसोत्तम कुशवाहा को ब्राह्मण समाज के अन्नू पांडे के पैर धुला पानी पीने और पूरे समाज से माफ़ी मांगने को मजबूर करने वाले मामले और मंत्री विजय शाह के बयान पर स्वतः संज्ञान लिया था।

🔹 *गडकरी को शिवराज की चिट्ठी*

Big Statement Of CM Shivraj Singh Chouhan

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर विदिशा-रायसेन-भोपाल मार्ग की खराब स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने मांग की कि तत्काल सर्वे कराकर सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया जाए।

🔹 *आष्टा में सीएम की भावना की अनदेखी*

मुख्यमंत्री गौ भक्त हैं, लेकिन आष्टा में नगर पालिका की लापरवाही के कारण मवेशियों की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। हाईवे पर दुर्घटनाएं बढ़ी हैं, और अब नागरिकों ने सीधे सीएम को चिट्ठी लिखी है।

🔹 *कलेक्टर इतने कंगाल भी नहीं*

 

दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर की फर्जी आईडी बनाकर ठगों ने पैसे मांगने शुरू कर दिए। कलेक्टर ने तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

🔹 *मंडी बोर्ड पर लोन लेने का दबाव*

राज्य शासन ने मंडी बोर्ड को 1500 करोड़ का लोन लेने का निर्देश दिया है ताकि किसानों को भावांतर राशि दी जा सके, लेकिन बोर्ड के अधिकारी इसका विरोध कर रहे हैं।

🔹 *व्यापारी ने समझा केला उत्पादकों का दर्द*

बुरहानपुर में केला व्यापारी रवि महाजन ने किसानों को बाजार भाव से ₹200 अधिक देकर केले खरीदे — यह कदम किसानों के लिए बड़ी राहत बना।

🔹 एक आरती ऐसी भी

विदिशा के सिरोंज में डीएपी खाद की कमी से परेशान किसानों ने खाद की बोरियों की आरती उतारी और मुख्यमंत्री से खाद की निरंतर उपलब्धता की प्रार्थना की।

🔹 *ब्राह्मणों पर टिप्पणी भारी पड़ी*

सीधी में ब्राह्मण समाज पर अभद्र टिप्पणी करने वाली महिला आरक्षक अंजू को एसपी ने तत्काल निलंबित कर दिया।

🔹 *डॉ. सोमानी को कुलसचिव का दायित्व*

खरगोन कॉलेज में वर्षों तक सेवाएं देने वाले डॉ. एमडी सोमानी को अब क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय का पहला कुलसचिव बनाया गया है।