
Sub-Inspector Arrested: एसआई 2 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार,गैंगरेप केस से नाम हटाने के लिए मांगे थे पैसे!
प्रतीक ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन में की। इसके बाद एक टीम गठित की गई। टीम ने प्रतीक को रुपयों के साथ दरोगा के पास भेजा। पुलिस चौकी में दरोगा ने जैसे ही रुपये अपने हाथ में लिए। एंटी करप्शन की टीम ने छापा मारकर धनंजय को दबोच लिया। दरोगा को लेकर जाते हुए वीडियो भी वायरल हो गया। इसके बाद लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। दरोगा धनंजय सिंह इसके पहले बंगला बाजार पुलिस चौकी पर तैनात था। आरोपी दरोगा के खिलाफ अलीगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

एफआईआर के मुताबिक पीड़िता ने कुछ साल पहले प्रतीक की कंपनी में बतौर उनकी पर्सनल सेक्रेटरी नौकरी शुरू की थी। तब पीड़िता का वेतन नौ हजार रुपयेे था। बाद में आरोपी युवती को काम के सिलसिले में अपने साथ शहर से बाहर भी ले जाने लगा। कुछ दिन बाद आरोपी ने युवती का वेतन 35 हजार रुपये कर दिया। प्रतीक मूल रूप से कानपुर के फजलगंज दर्शनपुरवा स्थित श्याम भवन का रहने वाला है।
प्रतीक वर्तमान में निशातगंज स्थित सांई धाम अपार्टमेंट के फ्लैट में रहता है। आरोप है कि आठ सितंबर 2024 को प्रतीक ने युवती को काम के बहाने से फ्लैट पर बुलाया। वहां पहले से रियाज मौजूद था। आरोपियों ने कॉफी में नशीला पदार्थ पिलाकर युवती से सामूहिक दुष्कर्म किया।
युवती ने एक साल बाद दर्ज कराई थी एफआईआर
युवती का कहना है कि वीडियो के बल पर आरोपी उनको ब्लैकमेल करने लगे। मुंह खोलने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। डर के कारण युवती चुप रही। एक साल के बाद युवती ने पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत जुटाई। इसके बाद मामले की एफआईआर दर्ज की गई।





