
जुबिन नौटियाल के गीतों और 2 हजार ड्रोन शो के प्रदर्शन से आज शाम होगी MP के 70वें स्थापना दिवस की शुरुआत
भोपाल: मध्यप्रदेश का 70वां स्थापना दिवस समारोह अभ्युदय मध्यप्रदेश के रूप में अपार हर्षोल्लास और भव्यता के साथ मनाया जाएगा। एक से 3 नवम्बर के बीच भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाला मुख्य समारोह प्रदेश की सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक यात्रा का उत्सव होगा।उद्योग एवं रोजगार वर्ष की थीम पर होने जा रहे इस आयोजन के मुख्य समारोह में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
समारोह का शुभारंभ दो हजार ड्रोन के भव्य शो से होगा, जो विरासत से विकास को आकर्षक आकृतियों के माध्यम से प्रदर्शित करेगा। इसके बाद 500 से अधिक कलाकारों की विश्ववंद – श्रीकृष्ण की सांगीतिक यात्रा की समवेत प्रस्तुति होगी। सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक जुबिन नौटियाल अपने समूह के साथ सुगम संगीत की रंगारंग प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम के अंत में भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी।
स्थापना दिवस समारोह की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। लाल परेड ग्राउंड पर मंच सजधज के तैयार है। इसके पहले शुक्रवार को सांस्कृतिक यात्राएं निकाली जा ही है। जो भोपाल के विभिन्न मार्गो पर प्रदेश के अलग-अलग अंचलों की कला-संस्कृति, नृत्यों के साथ आमजन को स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने के लिए जागरुक कर रही है।
समारोह के दूसरे दिन 2 नवम्बर को उज्जैन की संस्था विशाला सांस्कृतिक समिति द्वारा महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य का मंचन किया जाएगा जो हमारे प्रदेश के इतिहास और सुशासन की गाथा को जीवंत करेगा। इसके पश्चात, सुप्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी चंडीगढ़ अपनी सुगम संगीत प्रस्तुति देंगे।
समारोह के तीसरे और अंतिम दिन 3 नवम्बर को जन सामान्य की मांग पर महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य का पुन: मंचन किया जाएगा। समारोह का समापन सुप्रसिद्ध गायिका स्नेहा शंकर मुम्बई की सुगम संगीत प्रस्तुति से होगा।
समारोह परिसर में एक जिला – एक उत्पाद शिल्प मेला, स्वाद देशज व्यंजन मेला और विविध प्रदर्शनियाँ भी आयोजित की जा रही हैं। इन प्रदर्शनियों में विकसित मध्यप्रदेश 2047, मध्यप्रदेश के गौरव, विक्रमादित्य और अयोध्या, मध्यप्रदेश के मंदिर देवलोक और विरासत से विकास जैसे विषय शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 2 एवं 3 नवम्बर को दोपहर 3 बजे से प्रदेश के जनजातीय एवं लोक नृत्य जैसे करमा, भगोरिया, बधाई, गणगौर, मोनिया आदि की प्रस्तुतियां भी होंगी।
सभी जिलों में समानांतर रूप से स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जा रहा है जिसमें स्थानीय कलाकारों, स्कूल-कॉलेजों एवं स्वयंसेवी संगठनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है।





